
हरिद्वार, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । गत 15 दिनों से चल रहे श्राद्ध पक्ष के अंतिम दिन रविवार को पितृ विसजर्नी अमावस्या पर पितरों की मोक्ष की कामना लिए लाखों की संख्या में हरिद्वार के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
असम के सीएम हेमंत सरमा ने भी नारायणी शिला मंदिर पहुंचकर पितृों के निमित्त श्राद्ध, तर्पण आदि कर्म किए। लाखों श्रद्धालु पितरों को अंतिम विदाई देने पौराणिक तीर्थ नारायणी शिला जिसे प्रेतशिला भी कहते हैं सहित कुशा घाट, सतीघाट, गणेश घाट, बिरला घाट, हरकी पौड़ी सहित सभी अन्य घाटों पर पहुंचे। जहां विधिवत पिंडदान, तिलांजलि तथा जलाजलि व अन्य श्राद्ध कर्म करते हुए पितरों को अंतिम विदाई दी।
उल्लेखनीय है कि गत 15 दिनों से चले आ रहे श्राद्ध पक्ष का आज अंतिम दिन है। इसी कारण अपने पितरों के निमित्त श्राद्ध, तर्पण, पिण्डदान व नारायण बलि कर पितरों के मो़क्ष की कामना को लेकर पूजा-अर्चना की गयी। आज असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वा सरमा भी श्राद्ध कर्म करने हेतु नारायणी शिला पहुंचे। जहां उन्होंने पूर्ण विधि विधान से समस्त श्राद्ध कर्म अपने पुरोहित के माध्यम से विधिवत संपन्न किया। बताते चलें पितृ विसजर्नी अमावस्या पर सभी ज्ञात अज्ञात पितरों, प्रेत योनि, पितृ दोष व अन्य विकारों से मुक्त होने के लिए नारायणी शिला पर पर पूजा अर्चना किए जाने का विधान है।
इस मान्यता के चलते आज सवेरे ब्रह्म मुहूर्त से ही नारायणी शिला पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के भीड़ उमड़ पड़ी थी। इस भीड़ को संभालने के लिए पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन ने व्यापक व्यवस्थाएं कर रखी थी। बीती रात से ही पूरे क्षेत्र में यातायात बंद कर पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। भीड़ को नियंत्रण कर व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने नापरायणी शिला की ओर जाने वाले मार्ग को पहले शंकराचार्य चौक और फिर उसके बाद तुलसीदास चौक से बड़े वाहनों को प्रतिबंधित किया था।
अपने पितरों के निमित्त श्राद्ध, तर्पण व पिण्डदान आदि करने के बाद लोगों ने ब्राह्मणों को भोजन करवाकर दान-दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद लिया और पितरों के मोक्ष की कामना की। सांयकाल पितरों के निमित्त गंगा घाटों पर दीपदान कर उनको विदा कर सुख-समृद्धि की कामना की।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
