




पश्चिम बंगाल, 21 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष विशेष कार्यक्रम के सूचीबद्ध तयनुसार आज 21 सितम्बर को पूरे पश्चिम बंगाल में एक साथ पथ संचलन कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। रविवार सुबह से ही राज्य के विभिन्न नगरों और खंडों में निर्धारित समयानुसार पथ संचलन और स्वयंसेवकों का एकत्रीकरण प्रारंभ हुआ। पथ संचलन कहीं सुबह तो कहीं शाम के समय किए जा रहे हैं।
संघ इस वर्ष अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। इसी क्रम में वर्षभर चलने वाले विविध आयोजनों की सूची में पहला प्रमुख कार्यक्रम पथ संचलन रखा गया है। इसके माध्यम से अनुशासन, संगठन और राष्ट्रभावना का संदेश समाज तक पहुंचाया जा रहा है।
गौरतलब है की समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए संघ ने पंच परिवर्तन की जरूरत बताई है जिसमें स्वदेशी, कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण और नागरिक कर्तव्य शामिल है। इन्हीं पांच विषयों को ध्यान में रख उसी दिशा में बढ़ते हुए आगामी कार्यक्रमों की योजना भी बनाई गई है ।
पश्चिम बंगाल के हर नगर और हर खंड में आज स्वयंसेवकों का एकत्रीकरण शुरू हुआ। स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में कतारबद्ध होकर घोषवाद्य की धुनों पर नगर भ्रमण के लिए निकले। जगह-जगह नागरिक पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत कर रहे हैं। घोष, गीत और देशभक्ति के नारों से पूरा वातावरण गूंज रहे ।
प्रांत स्तर और जिला स्तर के वरिष्ठ पदाधिकारी भी विभिन्न स्थानों पर उपस्थित होकर कार्यक्रम का मार्गदर्शन कर रहे हैं। वक्ताओं ने कहा कि शताब्दी वर्ष केवल उत्सव का अवसर नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति, परिवार, समाज, राष्ट्र और विश्व स्तर पर सकारात्मक परिवर्तन का संकल्प लेने का समय है।
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(Udaipur Kiran) / अभिमन्यु गुप्ता
