Madhya Pradesh

उज्जैनः विजयादशमी पर निकलेगा ऐतिहासिक पथ संचलन

पथ संचलन (फाइल फोटो)

उज्जैन, 20 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश के उज्जैन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस विजयादशमी पर अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण करने जा रहा है। संघ शताब्दी वर्ष का शुभारंभ विजयादशमी उत्सव पर्व के साथ ही शुरू हो जाएगा, जो आगामी वर्ष तक मनाया जाएगा। इसे लेकर स्वयंसेवकों में काफी उत्साह है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, उज्जैन महानगर के प्रचार प्रमुख ओजस व्यास ने शनिवार को बताया कि उज्जैन महानगर के स्वयंसेवक विजयादशमी पर निकलने वाले पथ संचलन को ऐतिहासिक बनाने के उद्देश्य से एक माह से घर-घर संपर्क अभियान चलाकर,संचलन में चलने और परिवार सहित संचलन को देखने के लिए आमंत्रित कर रहे है। साथ ही नए स्वयंसेवकों को जोडऩे का अभियान भी जारी है।

व्यास ने बताया कि संघ उज्जैन महानगर के सात अलग-अलग नगर-स्थानों से संचलन निकालने की तैयारियां युद्ध स्तर पर कर रहा है। प्रत्येक नगर से लगभग ढाई से तीन हजार स्वयंसेवकों के संचलन में निकलने की योजना बनाई गई है। लगभग 20 हजार स्वयंसेवकों के संचलन में चलने का अनुमान है। संचलन के लिए गणवेश वितरण का कार्य भी तेजी से चल रहा है। जिन लोगों के पास गणवेश नहीं है,उन्हें उपलब्ध करवाया जा रहा है। गणवेश स्वयं से व्यय कर समाज ले रहा है। युवा और बाल स्वयंसेवक भी पथ संचलन के लिए उत्साहित है। पुराने स्वयंसेवक भी घर-घर जाकर समाज के लोगों से संचलन में चलने का आग्रह कर रहे है। इसे लेकर समाज में काफी उत्साह है। इस कार्य में संघ के सभी विभाग अपने स्तर पर तैयारियां में जुटे है, जिसमें मातृशक्ति भी शामिल है।

पंच परिवर्तन पर केंद्रित रहेगा संचलन

संघ शताब्दी वर्ष का य़ह संचलन पंच परिवर्तन- कुटुंब प्रबोधन, समरसता, पर्यावरण, नागरिक कर्तव्य और स्व-भाव जागरण जैसे प्रमुख कार्यों पर केंद्रित रहेगा।

इन स्थानों से निकलेगा संचलन

पथ संचलन 5 अक्टूबर को निम्रांकित स्थानों से निकलेंगे-देवास गेट स्थित पुराना माधव कॉलेज मैदान। पीपली नाका चौराहे के समीप गुमानदेव मैदान। सेंट पाल स्कूल के सामने स्थित मैदान। दशहरा मैदान। शास्त्रीनगर मैदान और महानंदानगर मैदान स्थित स्पोट्र्स एरिना। सभी स्वयंसेवकों का दोपहर 4 बजे तक तय स्थानों पर एकत्रीकरण होगा। उसके उपरांत बौद्धिक कार्यक्रम होकर संचलन प्रारम्भ होगा। इस दौरान समाज के लोग संचलन का स्वागत भी करेंगे।

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(Udaipur Kiran) / ललित ज्‍वेल

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