
धर्मशाला, 20 सितंबर (Udaipur Kiran News) । आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम “वनाग्नि एवं अग्नि सुरक्षा” के तहत 3 दिवसीय कार्यशाला कांगड़ा में आयोजित की गई। इसमें बतौर मुख्य अतिथि उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा रहे। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण जिला कांगड़ा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि हर वर्ष यहां वनाग्नि की घटनाएं घटित होती हैं, जिनसे जनहानि एवं प्राकृतिक संपदा का नुकसान होता है। उन्होंने बताया कि ऐसे कार्यक्रम प्रतिभागियों को आग पर नियंत्रण पाने की विधियां सिखाने के साथ-साथ स्वयं तथा दूसरों को सुरक्षित रखने के तरीके भी सिखाते हैं।
प्रशिक्षण में एसडीआरएफ, वन विभाग एवं अग्निशमन विभाग से विशेषज्ञ संसाधन व्यक्तियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों में वन विभाग, गैर-सरकारी संगठनों और विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि शामिल रहे।
कार्यशाला में विशेषज्ञों ने वनाग्नि प्रबंधन, प्रकार व कारण, वन्य जीवों एवं जैव विविधता पर प्रभाव, तथा सामुदायिक जागरूकता पर जानकारी दी। दूसरे दिन वनाग्नि की रोकथाम, पहचान, दमन और पुनर्स्थापना, विभिन्न प्रकार की आग और प्राथमिक प्रतिक्रिया, अग्निशमन उपकरणों का उपयोग तथा व्यावहारिक प्रदर्शन कराया गया। तीसरे दिन प्रतिभागियों को फायर लाइन व फायर ब्रेक का महत्व, अग्निकांड के दौरान सुरक्षा उपाय, उचित वस्त्र एवं मास्क का उपयोग, तथा ड्रोन की सहायता से निगरानी जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया।
इस अवसर पर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से रोबिन कुमार एवं कुलदीप सिंह भी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
