Madhya Pradesh

अधिवक्ताओं के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण एवं सतत कौशल विकास अत्यंत आवश्यकः जस्टिस सचदेवा

उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में दो दिवसीय एडवोकेसी स्किल्स डेवलपमेंट प्रोग्राम का उद्घाटन

– उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में दो दिवसीय एडवोकेसी स्किल्स डेवलपमेंट प्रोग्राम का उद्घाटन

इंदौर, 20 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल एंड प्रोफेशनल डेवलपमेंट के सहयोग से शनिवार को उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में दो दिवसीय एडवोकेसी स्किल्स डेवलपमेंट प्रोग्राम का विधिवत उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मप्र उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा द्वारा किया गया। अपने उद्घाटन संबोधन में मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सचदेवा ने कहा कि अधिवक्ताओं के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण एवं सतत कौशल विकास अत्यंत आवश्यक है, जिससे प्रभावी पैरवी सुनिश्चित हो सके और न्याय वितरण प्रणाली को सुदृढ़ बनाया जा सके।

उद्घाटन समारोह में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के इंदौर खण्डपीठ के प्रशासनिक न्यायाधीश न्यायमूर्ति विवेक रूसिया, न्यायमूर्ति विवेक अग्रवाल तथा न्यायमूर्ति विजय कुमार शुक्ला सहित अन्य न्यायाधीशगण भी उपस्थित रहे। न्यायमूर्तिगण ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए कहा कि अधिवक्ता कौशल विधि के शासन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस अवसर पर प्रशिक्षण संस्थान के विशिष्ट संकाय सदस्य जयदीप गुप्ता वरिष्ठ अधिवक्ता सर्वोच्च न्यायालय, वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ. अमन हिंगोरानी एवं प्रिया हिंगोरानी भी उपस्थित थे।

उद्घाटन समारोह में वरिष्ठ न्यायिक एवं प्रशासनिक अधिकारीगण भी सम्मिलित हुए, जिनमें राजीव कुमार अयाची प्रधान जिला न्यायाधीश (निरीक्षण) इंदौर संभाग, अजय श्रीवास्तव प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश इंदौर, सुमन श्रीवास्तव सदस्य सचिव राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण मध्य प्रदेश, अनूप त्रिपाठी प्रिंसिपल रजिस्ट्रार उच्च न्यायालय मध्यप्रदेश खंडपीठ इंदौर तथा हर्ष सिंह बहरावत रजिस्ट्रार (प्रशासन) उच्च न्यायालय मध्य प्रदेश जबलपुर प्रमुख रहे। यह कार्यक्रम 21 सितम्बर को भी जारी रहेगा, जिसमें अधिवक्ता कौशल के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगे।

(Udaipur Kiran) तोमर

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