
कोलकाता, 20 सितंबर (Udaipur Kiran News) । महालया से एक दिन पहले ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यभर में शारद उत्सव का शुभारंभ किया। शनिवार को लगातार बारिश के बावजूद उन्होंने कोलकाता के प्रतिष्ठित पूजा पंडालों – हाथीबागान सर्वजनीन, टाला प्रत्यय और श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब का उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर लोगों को मौसम को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “इस बार लगातार बारिश हो रही है। पंडाल घूमने निकलते समय सभी लोग छाता साथ रखें। इस मौसम में बहुत तेज फ्लू फैल रहा है। अगर बारिश में भीगेंगे तो पंडाल घूमने का आनंद कम हो जाएगा।”
ममता बनर्जी ने महालया का महत्व भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि रविवार को तर्पण के माध्यम से “मां दुर्गा अंधकार और हर प्रकार के गड़गड़ाहट, बरसात व कठिनाई के बीच प्रकाश का संदेश देंगी।”
ममता ने साफ किया कि महालया से पहले वह देवी प्रतिमा का उद्घाटन नहीं करतीं। उन्होंने कहा, “मातृ प्रतिमा का उद्घाटन मैं महालया से पहले नहीं करती। आज सिर्फ पंडाल उद्घाटन करने आई हूं।”
कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल के कई जिलों में शनिवार सुबह से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने पंडालों के मुख्य दिनों में भी भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसे लेकर मुख्यमंत्री ने आयोजकों की मुश्किलों का जिक्र किया और कहा कि “बरसात और बिजली गिरने की वजह से पंडाल आयोजक चिंतित हैं। इसके बावजूद वे समय पर काम पूरा कर रहे हैं, क्योंकि अब तो षष्ठी तक पुरस्कार घोषणाएं हो जाती हैं।”
ममता ने डैम से पानी छोड़े जाने को लेकर भी अप्रत्यक्ष तौर पर डीवीसी पर निशाना साधा और कहा कि इससे कई इलाकों में जलजमाव की समस्या और बढ़ जाती है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बदलते मौसम का असर उनकी सेहत पर भी पड़ा है। उन्होंने कहा, “मेरा गला बैठा हुआ है, दर्द भी है। इस मौसम में सभी को संक्रमण हो रहा है। पंडाल घूमने से पहले सबको सतर्क रहना होगा।”
महालया से पहले ही राज्य में शारद उत्सव का रंग चढ़ चुका है। हालांकि, अब मौसम ही तय करेगा कि इस बार दुर्गोत्सव की उमंग पर बारिश पानी फेरती है या नहीं। ——————–
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
