



सहारनपुर, 20 सितंबर (Udaipur Kiran) । आज राज्यपाल उत्तर प्रदेश शासन श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में जनमंच सभागार में मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय के तृतीय दीक्षान्त समारोह का आयोजन किया गया। कुलपति मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय प्रो. विमला वाई. ने कुलाधिपति एवं मुख्य अतिथि को अंगवस्त्र एवं ओडीओपी से निर्मित प्रतीक चिन्ह भेंट किया तथा विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में राज्यपाल द्वारा संकाय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को 06 कुलाधिपति स्वर्ण पदक, विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को 80 कुलपति स्वर्ण पदक, 04 विद्यार्थियों को प्रायोजित स्वर्ण पदक प्रदान किए गये। यूनिवर्सिटी के तृतीय दीक्षांत समारोह में कुल 25456 छात्रों को उपाधियां दी गयी। उपाधियों को हस्ताक्षर कर डिजीलॉकर पोर्टल पर ऑनलाइन अपलोड किया गया। इसमें 8591 छात्र एवं 16865 छात्राएं शामिल रहे। उन्होंने सभी छात्र एवं छात्राओं को बधाई दी एवं कहा कि सभी आगे बढ़ें।
राज्यपाल द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को 500 किट वितरण की गई। 250 किट जनपद सहारनपुर एवं 250 किट मुजफ्फरनगर के आंगनवाड़ी केन्द्रों को दी गयी। साथ ही प्राथमिक विद्यालय के विद्यार्थियों को राजभवन से प्राप्त पुस्तकें प्रदान की गयी। विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गांव के विद्यालयों में अध्ययनरत विभिन्न कक्षा वर्गों के लिए आयोजित प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान प्राप्तकर्ता 3 बच्चों को पुरस्कार दिए गये। उन्होंने जिलाधिकारी सहारनपुर एवं मुख्य विकास अधिकारी सहारनपुर और मुजफ्फरनगर तथा एक शिक्षक को राजभवन की पुस्तकें भेंट कीं।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि गांवों में जाकर बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्होंने इस संदर्भ में गुजरात में शिक्षा मंत्री बनने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के प्रयास से किए गये नवाचारों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों का नामांकन बढ़ाने के लिए प्रवेश उत्सव कार्यक्रम किया जाता था। गरीब बच्चों को शिक्षा देने तथा खेल गतिविधियों को बढावा देते हुए, भिक्षावृत्ति से मुक्त 80 नए बच्चों को राजभवन में शिक्षा दी जा रही है।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय के अध्यापक केवल पढ़ाने तक सीमित न होते हुए देश को विकसित करने में भी अपनी सहभागिता निभाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से सभी को सीख लेनी चाहिए। उन्होंने अपने जन्मदिन को सेवा पर्व के रूप में मनाया है। हमें भी अपने जन्मदिवसों पर आंगनवाड़ी केन्द्रों में जाकर नौनिहालों को मुस्कान देकर खुशी महसूस करनी चाहिए। ऐसे किए गये कार्यों के फोटोग्राॅफ्स सभी मुझे भी भेज सकते हैं। विश्वविद्यालयों में कुलपति योजना बनाकर आंगनवाड़ी केन्द्रों तक पहुंचें तथा 03 वर्ष आयु के बच्चों को आंगनवाड़ी केन्द्रों में प्रवेश के लिए और 06 वर्ष के बच्चों को प्राथमिक विद्यालयों में प्रवेश के लिए प्रोत्साहित करें। आंगनवाडी केन्द्रों में सहयोग करने के लिए सभी को तत्पर रहना चाहिए।
सशक्त नारी-सशक्त परिवार का नारा सार्थक हो रहा है लेकिन कुछ क्षेत्रों में अभी भी प्रयास किए जाने शेष हैं। महिलाओं का स्वास्थ्य बेहतर हो, इसके लिए स्वास्थ्य जांच किया जाना आवश्यक है जिससे बीमारियों का पता कर उपचार किया जा सके। इस संदर्भ में उन्होंने गुजरात की मुख्यमंत्री रहते हुए किए गये कार्यों का उल्लेख किया तथा कहा कि ग्राम प्रधान गांव की महिलाओं को पीएचसी/सीएचसी में ले जाकर जांच करवाने के निर्देश दिए थे। आप सब भी इस कार्य में सहयोगी बन सकते हैं। उन्होंने बेटियों को एचपीवी वैक्सीन लगवाने की सलाह दी जिससे कैंसर जैसी घातक बीमारियों से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय सेवा पखवाड़ा मनाए जाने के तहत दिए गये निर्देशों का पालन करें तथा एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि पेट्रोल, डीजल के आयात को कम करने के तहत ऐथेनॉल का उत्पादन किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री के असम दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि नवाचार के कार्यों को जानने एवं करने की इच्छाशक्ति की प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री को असम में बैम्बू से ऐथेनॉल बनाने की संभावना की जानकारी होने पर त्वरित कार्य करते हुए उत्पादन के लिए संयत्र स्थापित करने को कहा। जिसका उद्घाटन अभी हाल में किया गया। इसके साथ ही इसका पेटेंट भी किया गया ताकि हम ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सकें। इससे जहां रोजगार बढ़ेगा, वहीं कृषकों में समृद्धि आएगी तथा हमारे आयात में कमी होगी। इसी तरह समुद्र की गहराइयों में भी रिसर्च किया जा रहा है। इन अनुसंधान के कार्यों में विश्वविद्यालय अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। अध्यापकों एवं विद्यार्थियों से विचार-विमर्श करने के पश्चात पुस्तकालय में पुस्तकों का संग्रह किया जाए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में आधारभूत सुविधाओं के संबंध में हमारी टीमों द्वारा गोपनीय जानकारी ली जाती है। साथ ही साथ शिक्षा के लिए बच्चों को आवागमन में परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए विश्वविद्यालय तक बसों का संचालन हो तथा जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी इस संबंध में प्रयास करें।
राज्यपाल ने सर्किट हाउस में मण्डलायुक्त अटल कुमार राय, डीआईजी अभिषेक सिंह की उपस्थिति में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की तथा सभी संबंधितों को निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होने सर्किट हाउस परिसर में एक पेड़ मां के नाम पाैधरोपण जन अभियान एवं सेवा पर्व 2025 के तहत मौलश्री का पौधा भी रोपित किया।
(Udaipur Kiran) / MOHAN TYAGI
