
रानाघाट, 20 सितंबर (Udaipur Kiran) ।
लंबे समय से फरार चल रहे बाल यौन शोषण के आरोपित को रानाघाट पुलिस ने समुद्र में अभियान के जरिए गिरफ्तार कर लिया है । आरोपित पिछले एक साल से पुलिस की पकड़ से लगातार बचता रहा और उसकी खोज देश के लगभग 20 राज्यों में चल रही थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपित को मछुआरे का रुप धरकर काकद्वीप-नामखाना के बीच समुद्र में चलाए गए ऑपरेशन में पकड़ा गया।
गौरतलब है कि रानाघाट जिले के हरिणघाटा थाना क्षेत्र में अक्टूबर 2024 में एक नाबालिग लड़की के गायब होने की शिकायत दर्ज हुई थी। तलाश के दौरान पुलिस को पता चला कि लड़की को अपहरण कर एक महिला और बाल तस्करी गिरोह से जोड़ा गया है। 2025 जुलाई में कल्याणी से नाबालिग को सुरक्षित निकाला गया। डॉक्टरों की जांच में पता चला कि लड़की गर्भवती थी।
इस मामले में पुलिस ने अपहरण के साथ-साथ पॉक्सो कानून के तहत जांच शुरू की। आरोपित की तलाश डीएसपी स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में की जा रही थी। पुलिस की विशेष जांच टीम और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) लगातार आरोपित पर नजर रख रहे थे। मोबाइल टावर लोकेशन ट्रैकिंग से पता चला कि आरोपित लगातार अपने स्थान बदल रहा था और पिछले एक महीने से दक्षिण 24 परगना के नामखाना और काकद्वीप इलाके में घूम रहा था।
आख़िरकार, एसओजी और पुलिस की विशेष जांच टीम ने स्थानीय मछुआरों के सहयोग से योजना बनाई। पता चला कि आरोपित समुद्र में एक मछुआरों की नाव में छिपा हुआ था जहां से उसको गिरफ्तार कर लिया गया।
इस मामले की सफलता पर रानाघाट पुलिस के सुपर आशिष कुमार मौर्य ने शनिवार को कहा है कि
आरोपित पिछले एक साल से फरार था और महिला व बाल तस्करी में शामिल होने की संभावना थी। यह अभियान पूरी टीम की कड़ी मेहनत और रणनीति का नतीजा है। समुद्र में जाकर आरोपित को पकड़ना हमारी प्रमुख सफलता है। आरोपित को शनिवार को अदालत में पेश कर आगे की जांच की मांग की जाएगी।
(Udaipur Kiran) / अनिता राय
