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भारत समुद्री क्षेत्र की सुपर पावर बनेगा: केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल

केंद्रीय मंत्री
भावनगर में कार्यक्रम आयोजित हुआ
भावनगर में कार्यक्रम आयोजित हुआ

केंद्रीय मंत्रियों की उपस्थिति में भारतीय समुद्री क्षेत्र के विकास को नई दिशा देते हुए 27 एमओयू संपन्न

भावनगर, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल भावनगर की धरती से अनेक विकास कार्य राष्ट्र को समर्पित करने वाले हैं। इसी क्रम में समुद्री क्षेत्र के विकास की गति को तेज़ करने के लिए शिप बिल्डिंग, पोर्ट यार्ड और समुद्री क्षेत्र के विकास हेतु विभिन्न हितधारकों के बीच आज 27 प्रकार के एमओयू केंद्रीय मंत्रियों की उपस्थिति में संपन्न हुए।

राज्य सूचना विभाग ने अपने बयान में बताया कि पोर्ट, शिपिंग और वॉटरवेज़ के केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा कि भारत ने अपनी समुद्री शक्ति, संपदा और सामर्थ्य को पहचानते हुए वैश्विक चुनौतियों का सामना किया है और ‘सागरमाला’ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से समुद्री क्षेत्र में पोर्ट, लॉजिस्टिक्स सहित विभिन्न क्षेत्रों में वैश्विक मानदंड हासिल किए हैं। मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी, एकीकृत विकास और पारदर्शी नीति से देश की गति तेज़ हो रही है, यह भूमिका उन्होंने रखी।

उन्होंने कहा कि आज हुए सभी एमओयू वास्तव में साकार होंगे। स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत के मंत्र – “हम भी किसी से कम नहीं” – के साथ सभी आगे बढ़ रहे हैं।

‘मैरीटाइम विज़न 2030’ और ‘इंडिया विज़न 2030’ को साकार करते हुए भारत दुनिया के 10 प्रमुख शिप बिल्डिंग देशों में अपना नाम दर्ज कराएगा। इसके लिए सहयोग के मंत्र के साथ सबको मिलकर कार्य करना होगा, यह भावना उन्होंने व्यक्त की।

भारत समुद्री क्षेत्र की सुपर पावर बनेगा, ऐसा विश्वास व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि समुद्री क्षेत्र में आने वाले समय में और भी अनेक कदमों के जरिए भारत के गौरवशाली इतिहास को पुनः जीवंत किया जाएगा।

केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री मनसुखभाई मांडविया ने ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए कहा कि “जिसने समुद्र पर शासन किया, उसने दुनिया पर शासन किया।” भारत के प्राचीन साम्राज्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि वे अपने विदेश व्यापार के लिए प्रसिद्ध थे। गुजरात और भारत के बंदरों के नाम आज भी विदेशों की गलियों में दिखाई देते हैं, जो हमारे समुद्री विरासत का गौरवपूर्ण प्रमाण हैं।

उन्होंने आगे कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जिसके नाम पर हिंद महासागर का नामकरण हुआ है, और यह हमारी समुद्री शक्ति का अनूठा प्रतीक है।

पोर्ट, शिपिंग और वॉटरवेज़ के केंद्रीय राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर ने कहा कि पिछले कई वर्षों से समुद्री क्षेत्र का उल्लेखनीय विकास हुआ है। इस क्षेत्र के विकास के साथ भारत ने पूरे विश्व को जोड़ा है। आज हुए एमओयू भारत की समुद्री भागीदारी को नई ऊंचाई तक ले जाएंगे।

केंद्रीय अन्न एवं नागरिक आपूर्ति राज्य मंत्री निमुबेहन बाम्भनिया ने कहा कि भावनगर के रतनपुर में शिप बिल्डिंग के लिए हुए एमओयू से अनेक रोजगार अवसर पैदा होंगे, यह बात उन्होंने गर्व से कही।

इस अवसर पर महापौर भरतभाई बारड, विधायक जीतुभाई वाघाणी, गौतमभाई चौहान, सेजलबेन पंड्या, दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी के चेयरमैन सुशीलकुमार, बंदर एवं पोर्ट विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी आर.सी. मीणा सहित देशभर के समुद्री क्षेत्र से जुड़े हितधारक, सहभागी, पोर्ट, शिपिंग और वॉटरवेज़ विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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(Udaipur Kiran) / Abhishek Barad

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