पेरिस, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ज़ोर देकर कहा है कि फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने से चरमपंथी संगठन हमास अलग-थलग पड़ जाएगा। हालांकि उन्होंने गाज़ा पर इज़राइली हमलाें की निंदा की बात दाेहराई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मैक्रों ने गुरुवार को यहां एक इज़राइली टेलीविज़न चैनल के साथ साक्षात्कार में यह बात कही। मैक्रों ने कहा, फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता देना इस चरमपंथी समूह को कमज़ोर करने का सबसे अच्छा तरीका है। एक फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता देना बस हमें यही कहने का निर्णय लेना है। फ़िलिस्तीनी लोगों के वैध दृष्टिकोण और आज वे जो कुछ भी झेल रहे हैं उसका हमास से कोई लेना-देना नहीं है।’
गाैरतलब है कि फ़्रांस और ब्रिटेन उन कई पश्चिमी देशों में शामिल हैं जिन्होंने इस महीने संयुक्त राष्ट्र महासभा में औपचारिक रूप से एक फ़िलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने की प्रतिबद्धता जताई है। इन देशाे की योजना का उद्देश्य हमास को दरकिनार करना और दशकों से चल रहे अरब-इज़राइली संघर्ष के लिए दो-राज्य समाधान की अनुमति देना है। हालांकि यह एक ऐसा प्रस्ताव है जिसका इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू विरोध कर रहे हैं।
गाजा पर जारी इजराइली हमलाें का हवाला देते हुए मैक्रों ने कहा, गाजा में इस प्रकार के अभियान बेकार और असफल हैं। इससे आप न केवल क्षेत्र में बल्कि हर जगह जनमत में इज़राइल की छवि और विश्वसनीयता को पूरी तरह से नष्ट कर रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / नवनी करवाल
