सोपोर, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर पार्टी अध्यक्ष रविंदर रैना ने शुक्रवार को एशिया की दूसरी सबसे बड़ी फल मंडी सोपोर का दौरा किया और लंबे समय से बंद रहने के कारण फल उत्पादकों और व्यापारियों के सामने आ रहे बढ़ते संकट का जायजा लिया।
अपने दौरे के दौरान रैना ने मंडी में उत्पादकों, डीलरों और व्यापारियों से बातचीत की और फलों से लदे ट्रकों के फंसे होने परिवहन में देरी और भारी वित्तीय नुकसान के बारे में उनकी चिंताओं को सुना। उत्पादकों ने बताया कि कैसे लगातार राजमार्ग नाकेबंदी ने उन्हें परेशान कर दिया है हज़ारों सेब ट्रक हफ़्तों तक रुके रहे जिससे फलों की गुणवत्ता और बाज़ार मूल्य में भारी गिरावट आई।
उत्पादकों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए रैना ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी शिकायतों को सरकार के उच्चतम स्तर पर उठाया जाएगा। उन्होंने दोहराया कि भाजपा इस कठिन समय में फल समुदाय के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और वादा किया कि बाहरी बाज़ारों तक फलों की खेपों की सुगम पहुँच सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएँगे।
रैना ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सेब कश्मीर की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और हम प्रशासनिक खामियों के कारण उत्पादकों को नुकसान नहीं होने देंगे। व्यापारियों और किसानों के हितों की रक्षा के लिए आवश्यक हस्तक्षेप किए जाएँगे। उन्होंने आगे ज़ोर देकर कहा कि सरकार एक है कोई विवाद नहीं है उपराज्यपाल और राज्य सरकार मिलकर लोगों के हित में काम करते हैं और इस बात पर ज़ोर दिया कि इस संकट से निपटने के लिए सभी प्रयास एकजुट होकर किए जा रहे हैं।
फल विक्रेताओं ने सरकार से राजमार्ग पर जल्दी खराब होने वाले फलों के ट्रकों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया और यातायात की आवाजाही को शीघ्र बहाल करने की माँग की। उन्होंने उम्मीद जताई कि भाजपा नेतृत्व के हस्तक्षेप से इस क्षेत्र को ठोस राहत मिलेगी जो पहले से ही अनियमित मौसम और बाज़ार की कीमतों में उतार-चढ़ाव जैसी चुनौतियों से जूझ रहा है।
भाजपा नेता का यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह ऐसे समय में हो रहा है जब उत्पादकों में बढ़ती निराशा के कारण विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और सरकार से कड़ी कार्रवाई की माँग की जा रही है। रैना के एकजुटता के आश्वासन का सावधानी से स्वागत किया गया है और उत्पादक ज़मीनी स्तर पर ठोस नतीजे देखने का इंतज़ार कर रहे हैं।
उत्तरी कश्मीर का सबसे बड़ा आर्थिक केंद्र माने जाने वाले सोपोर की फल मंडी घाटी के उत्पादकों की चिंता को दर्शा रही है जो हर गुजरते दिन के साथ अपने नुकसान में इज़ाफ़ा होते देख चिंतित हैं।
(Udaipur Kiran) / राधा पंडिता
