
कोलकाता, 19 सितम्बर (Udaipur Kiran) ।
पश्चिम बंगाल की मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (माकाउट) में भारी वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री और बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने दावा किया है कि ऑडिट रिपोर्ट में विश्वविद्यालय द्वारा सार्वजनिक धन के बड़े पैमाने पर दुरुपयोग का पर्दाफाश हुआ है।
मजूमदार ने शुक्रवार को इससे संबंधित दस्तावेजों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर डाला है। इसमें उन्होंने दावा किया है कि करीब ₹837 करोड़ की गड़बड़ी सामने आई है। इसमें ₹342 करोड़ की राशि बिना हिसाब के या दूसरी जगह खर्च की गई, ₹128 करोड़ के लिए उपयोगिता प्रमाण पत्र तक जमा नहीं किए गए, ₹96 करोड़ की सामग्री की खरीद ऊंचे दाम पर दिखाई गई, ₹214 करोड़ अग्रिम दिए गए लेकिन काम पूरा ही नहीं हुआ और ₹57 करोड़ फर्जी या दोहराए गए लाभार्थियों के नाम पर खर्च कर दिए गए।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह सीधे-सीधे करदाताओं के पैसे की लूट है और जवाबदेही शून्य है। इस मामले में एक जनहित याचिका (पीआईएल) भी कलकत्ता हाईकोर्ट में दायर की गई है। अदालत की डिवीजन बेंच ने संबंधित अधिकारियों को हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है और सुनवाई पूजा अवकाश के बाद होगी।
मजूमदार ने ट्वीट कर कहा, “₹837 करोड़ की लूट हुई है। सच अदालत में सामने आएगा और न्याय जरूर मिलेगा।”
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
