
कोलकाता, 19 सितम्बर (Udaipur Kiran) ।
पश्चिम बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन (डब्ल्यूबीएसएससी) भर्ती घोटाले से जुड़े मामलों में शुक्रवार से ट्रायल प्रक्रिया शुरू हो गई है। विशेष अदालत में सीबीआई द्वारा दर्ज मामलों की सुनवाई के तहत गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। यह प्रक्रिया शनिवार और सोमवार को भी जारी रहेगी।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई ने जिन मामलों में चार्जशीट और सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है, उनमें गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पिछले दस दिनों में विशेष अदालत ने इन मामलों में चार्ज तय करने की प्रक्रिया पूरी की थी। इसके बाद अब मुकदमे की सुनवाई औपचारिक रूप से शुरू हो रही है।
जिन मामलों में सुनवाई शुरू हुई है, उनमें माध्यमिक, उच्च माध्यमिक और अपर प्राइमरी स्तर के शिक्षकों की भर्ती के साथ-साथ ग्रुप-सी और ग्रुप-डी श्रेणी के गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्तियां शामिल हैं। इन सभी भर्तियों की जिम्मेदारी डब्ल्यूबीएसएससी की थी।
गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट की खंडपीठ ने वर्ष 2016 की डब्ल्यूबीएसएससी पैनल से चुनी गई 25 हजार 753 नियुक्तियों को रद्द कर दिया था। अदालत का कहना था कि मेरिट से नौकरी पाने वाले और पैसे के बल पर नौकरी पाने वाले उम्मीदवारों में अंतर करना संभव नहीं है।
इसके बाद इस महीने माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों की रिक्तियों को भरने के लिए नई भर्ती परीक्षा भी कराई गई।
डब्ल्यूबीएसएससी घोटाले की जांच दो केंद्रीय एजेंसियां—सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय—समानांतर रूप से कर रही हैं। दोनों एजेंसियों ने पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी को इस पूरे घोटाले का मुख्य साजिशकर्ता बताया है।
इस मामले का एक और पहलू राज्य के प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती से जुड़ा है, जिसकी जिम्मेदारी पश्चिम बंगाल प्राइमरी एजुकेशन बोर्ड की है। इन मामलों में चार्ज तय करने की प्रक्रिया कब पूरी होगी और ट्रायल कब शुरू होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन इन मामलों में भी पार्थ चटर्जी को मुख्य आरोपित के रूप में चिन्हित किया गया है।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
