

धमतरी, 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । कश्मीर से कन्याकुमारी तक राष्ट्रव्यापी स्वर्वेद संदेश यात्रा के तहत 18 सितंबर को शहर के रत्नाबांधा रोड स्थित हरदिहा साहू समाज भवन में संत प्रवर विज्ञानदेव महाराज का आगमन हुआ। इस दौरान उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मानव जीवन ही एक मात्र युक्ति है जिसमें स्वयं को जान सकते हैं। स्वयं में स्थित परमात्मा का अनुभव कर सकते हैं। मनुष्य से श्रेष्ठ कोई दूसरा जीव नहीं है। ये देव दुर्लभ मानव शरीर है।
विहंगम योग संत समाज जिला धमतरी के तत्वावधान में समर्पण दीप अध्यात्म महोत्सव के अंतर्गत आध्यामिक कार्यक्रम में उन्होंने आगे कहा कि यह मानव जीवन परमात्मा का दिया हुआ प्रसाद है। असंख्य जीव विभिन्न शरीर में भटक रहे हैं। मानव जीवन का हर क्षण अनमोल और अमूल्य है। इसे यूंही न गंवाएं। यह जीवन स्वयं के अल्प दुखों और सुखों को जानने के लिए मिला है। जीवन के लक्ष्य तक पहुंचने के मिला है, स्वयं को जानो। गर्भ में हमने अनंत जन्म और मृत्यु के दुख को झेला है। हम यह शरीर लेकर आएं हैं लेकिन लेकर नहीं जा सकते है। मां के गर्भ से हम शरीर लेकर आएं है। यह हमें मिला जरूर है पर हमारा नहीं है।
इस दौरान महापौर रामू रोहरा, पूर्व विधायक रंजना साहू सहित बड़ी संख्या में श्रोता और श्रद्धालु उपस्थित थे। मालूम हो कि विहंगम संत समाज के 102 वें वार्षिक उत्सव को इस वर्ष समर्पण दीप अध्यात्म महोत्सव के रूप में आगामी 25 और 26 नवंबर को स्वर्वेद महामंदिर धाम उमरहां वाराणसी उत्तरप्रदेश में मनाया जाएगा। इस अवसर पर 25 हजार कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन के प्रचार प्रसार और व्यक्तिगत आमंत्रण देने संत प्रवर विज्ञानदेव महाराज कश्मीर से कन्याकुमारी तक राष्ट्रव्यापी स्वर्वेद संदेश यात्रा लेकर निकले है। इसी कड़ी में आज धमतरी शहर पहुंचे थे।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
