शिमला, 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने राज्य में आपदा के समय भाजपा नेताओं द्वारा की जा रही राजनीतिक बयानबाजी की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि जब पूरा प्रदेश प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है, ऐसे समय में विपक्ष को राजनीतिक लाभ के लिए झूठे आरोप लगाने की बजाय ज़िम्मेदारी से व्यवहार करना चाहिए।
नरेश चौहान ने वीरवार काे स्पष्ट किया कि राज्य सरकार ने आपदा प्रभावितों को राहत देने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। इसके बावजूद भाजपा नेता राज्य सरकार पर वित्तीय सहायता न देने और राहत कार्यों में लापरवाही के आरोप लगा रहे हैं, जो पूरी तरह भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण हैं।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित तमाम मंत्री और विधायक प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रहे हैं। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने तो चंबा से भरमौर तक पैदल यात्रा कर मणिमहेश यात्रियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की। उन्होंने विपक्ष से राजनीतिक आरोपों की बजाय केंद्र से उदार वित्तीय सहयोग की मांग में राज्य सरकार का साथ देने की अपील की।
चौहान ने कहा कि 2023 में हिमाचल को 10,000 करोड़ और 2025 में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है, जबकि केंद्र से अब तक मिली सहायता ऊंट के मुंह में जीरा जैसी है। केंद्र द्वारा घोषित 1,500 करोड़ की सहायता की भी कोई आधिकारिक अधिसूचना राज्य सरकार को नहीं मिली है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने अब तक 397 करोड़ रुपये राहत कार्यों में खर्च किए, और राहत मैन्युअल में संशोधन कर मुआवजा राशि में कई गुना बढ़ोतरी की है। सांसद कंगना रनौत के 10,000 करोड़ रुपये जारी होने के दावे को भी उन्होंने निराधार बताया।
नरेश चौहान ने भाजपा से आग्रह किया कि इस संकट की घड़ी में राजनीति छोड़कर सहयोग करें और जनता को गुमराह न करें।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
