

गोरखपुर, 18 सितंबर (Udaipur Kiran) । महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) के गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज) द्वारा मनाए जा रहे आयुर्वेद दिवस सप्ताह समारोह के दूसरे दिन जनजागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
इस क्रम में गोरखनाथ मंदिर परिसर में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया एवं आसपास के क्षेत्रों में लोगों को आयुर्वेद के प्रति जागरूक किया गया। विश्वविद्यालय के आयुर्वेदाचार्यों और विद्यार्थियों ने स्थानीय नागरिकों से संवाद स्थापित किया तथा रोग-निवारण और स्वास्थ्य संवर्धन हेतु जड़ी-बूटियों के प्रयोग, आहार-विहार के नियमों एवं दैनिक दिनचर्या की उपयोगिता पर विस्तार से जानकारी दी।
चौकी माफी ग्राम में “हर घर, हर दिन आयुर्वेद” के उद्देश्य से तथा कृषि विज्ञान केंद्र में भी विशेष आयुर्वेद जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। विशेषज्ञों ने सामान्य रोगों के लिए घरेलू उपचार, औषधीय पौधों के महत्व और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उपायों को सरल भाषा में बताया। ग्रामीण अंचल के नागरिकों ने इन कार्यक्रमों में उत्साहपूर्वक भाग लिया और आयुर्वेद को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का संकल्प व्यक्त किया।
इस अवसर पर आचार्य साध्वी नन्दन पाण्डेय ने कहा आयुर्वेद केवल उपचार पद्धति नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक पूर्ण प्रणाली है। यदि हम अपने दैनिक जीवन में आयुर्वेदिक सिद्धांतों, आहार-विहार और प्राकृतिक औषधियों का समुचित प्रयोग करें, तो न केवल रोगों से मुक्ति पा सकते हैं बल्कि एक संतुलित, निरोग और सुखमय जीवन व्यतीत कर सकते हैं।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. शांति भूषण ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य है कि समाज के प्रत्येक वर्ग तक आयुर्वेद का संदेश पहुँचे।
(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय
