
उज्जैन,17 सितंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के उज्जैन में चक्रतीर्थ श्मशान घाट पर मंगलवार रात ऐसा मामला सामने आया, जिसने कर्मचारियों और पुलिस दोनों को हैरान कर दिया। यहां पर कुछ युवक लकड़ी और कंडे खरीदने पहुंचे और मृतक के नाम से रसीद भी कटवा ली। लेकिन जब कर्मचारियों ने देखा कि न तो शव साथ है और न ही कोई परिजन, तो पूरा मामला संदिग्ध लगने लगा। कर्मचारियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया है। जिनसे पूछताछ की जा रही हैं।
जीवाजीगंज थाना पुलिस ने बताया कि मंगलवार शाम को 4 युवक चक्रतीर्थ श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे थे। उन्होने लालचंद निवासी उज्जैन का आधार कार्ड बताकर लकड़ी और कंडे खरीदे और शव जलाने का नाटक करने लगे। उनकी इस हरकत पर कर्मचारियों को शंका हो गई। कर्मचारियों ने युवकों से पूछा की शव कहा है तो उन्होने कहा की कुछ देर में परिजन लेकर आने वाले हैं। काफी समय बीत जाने के बाद भी परिजन शव लेकर नहीं पहुंचे। शंका के बाद कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना कर दी।
गुम हो गई थी रशीद
मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो चौकाने वाला मामला सामने आया। पुलिस ने बताया कि मृतक लालचंद पूर्व में उज्जैन में ही रहते थे। वर्ष 2024 में उनकी मृत्यु हो चुकी थी और अंतिम संस्कार भी यहीं हुआ था। परिजनों का कहना है कि उस समय की रसीद गुम हो गई। अब उन्हें जमीन के दस्तावेज तैयार करवाने के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र की जरूरत थी। उन्हें किसी ने बताया था कि पुरानी तारीख की रसीद आसानी से नहीं मिलेगी, इसलिए उन्होंने यह तरीका अपनाया।
इनका कहना है..
चक्रतीर्थ ट्रस्ट से शिकायत मिलने के बाद दो युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। आवेदन पर जांच की जा रही है और जालसाजी के मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विवेक कनौडिया, थाना प्रभारी, जीवाजीगंज
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(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
