
हरिद्वार, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड में आई भीषण आपदा से व्यथित संतों ने आपदा पीड़ितों की सहायता हेतु उत्तराखंड सरकार को सहयोग करने का ऐलान किया है। यह निर्णय श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्र पुरी के सानिध्य में बुधवार को सम्पन्न हुई। बैठक में विभिन्न अखाड़ों से जुड़े महामंडलेश्वर, संत- महंत शामिल हुए। संतों ने उत्तराखंड सहित अन्य प्रांतों में प्राकृतिक आपदा में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
संतों ने सर्वसम्मति से उत्तराखंड के आपदा पीड़ितों की आर्थिक मदद करने के साथ मूलभूत सुविधाओं सड़क निर्माण, भवन निर्माण व स्कूलों के निर्माण में प्रदेश सरकार को सहयोग करने का निर्णय लिया। श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में आई विनाशकारी आपदा में लोगों को भारी क्षति हुई है। उनके घर, मकान, दुकान सब तबाह हो गए हैं। सरकार की ओर से हरसंभव सहायता की जा रही है। फिर भी वह पर्याप्त नहीं है। ऐसे में संतों ने सहयोग करने का निर्णय लिया है। शीघ्र ही परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल आपदाग्रस्त क्षेत्र में जाकर वहां किए जाने वाले कार्यों का सर्वेक्षण करेगा तथा सहायता व निर्माण कार्यो में सरकार का सहयोग करेगा। इसके लिए सभी अखाड़े मिलकर व्यवस्था करेंगे।
प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश महाराज ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में जो भी आवश्यकता है, उसके लिए शासन प्रशासन और अखाड़ा परिषद मिलकर कार्य करेंगे।बैठक में महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद,
महामंडलेश्वर कपिल मुनि, महामंडलेश्वर स्वामी अमृतानंद, महंत स्वामी राधवेन्द्र दास, स्वामी गोविन्ददास, महंत सुयश मुनि, आचार्य हरिहरानन्द, स्वामी रवि देव शास्त्री, म. स्वामी श्याम प्रकाश, महंत स्वामी विनोद, महंत स्वामी दिनेश दास स्वामी नारायण दास सहित अन्य संत महंत मौजूद रहें।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
