
– यह महाविद्यालय नारी शिक्षा और सशक्तिकरण का सम्वाहक : डॉ रीता जोशी- आर्य समाज ने किया महिलाओं का चतुर्दिक विकास : पंकज जायसवाल
प्रयागराज, 17 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में स्थित आर्य कन्या डिग्री कालेज में आयोजित सार्थक स्वर्ण जयंती समारोह के पांचवें दिन बुधवार को महाविद्यालय में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों की गूंज रही। कार्यक्रम के दौरान कवि सम्मेलन का भी आयोजन हुआ जिसमें सभी ने खूब आनन्द उठाया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि ‘‘यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः’’ अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वहां देवता निवास करते हैं। इसी प्रकार के आदर्श व विचार को दृष्टिगत रखते हुये स्वामी दयानन्द सरस्वती ने महिला शिक्षा के लिए उल्लेखनीय प्रयास किये। जिसे आज यह महाविद्यालय उनके प्रयासों को पूरा कर रहा है।
विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद डॉ रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि यह महाविद्यालय नारी शिक्षा और सशक्तिकरण का माध्यम बनकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन का सम्वाहक बना हुआ है। शहर उत्तरी विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी ने कहा कि इस महाविद्यालय की अपनी एक अलग पहचान है। यह आर्य समाज के आदर्शों से प्रेरित होकर छात्राओं को शिक्षा के साथ संस्कार व नैतिक मूल्य प्रदान कर रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये शासी निकाय के अध्यक्ष पंकज जायसवाल ने कहा कि स्वामी दयानन्द सरस्वती का सपना था कि महिलायें हर क्षेत्र में आगे बढ़ें और पद प्रतिष्ठा प्राप्त करें। स्वामीजी के इन्हीं सपनों को पांच दशकों से आर्य कन्या महाविद्यालय चरितार्थ कर रहा है।
कार्यक्रम के दौरान हुए कवि सम्मेलन में हास्य व व्यंग्य के प्रख्यात कवि दिनेश बांवरा ने ‘हिंदी की बिंदी श्रृंगार है…, महिलायें जब वर्दी पहनती हैं तो देश खूबसूरत लगता है…’ आदि कविताओं के माध्यम से सभी को खूब हंसाया। शैलेंद्र मधुर एवं आकांक्षा बुन्देला द्वारा सुनाये गए कविताओं पर खूब तालियां बजीं। अशोक बेशर्म ने ‘हमने जिनको चुना, वो हमें चुन गये…’ सुनाकर लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
कार्यक्रम का संचालन चीफ प्रॉक्टर डॉ रंजना त्रिपाठी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्या प्रो अर्चना पाठक ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी। कार्यक्रम में आर्य समाज के प्रधान रवीन्द्र नाथ जायसवाल, पीएन मिश्र, अरुणेश जायसवाल कृष्ण मोहन गुप्ता, प्रदीप जायसवाल, सलाहकार डॉ ममता गुप्ता, प्रो. अंजू श्रीवास्तव, प्रो नीलांजना जैन, डॉ निशा खन्ना, डॉ मुदिता तिवारी, डॉ अमित पाण्डेय, डॉ अमित मिश्र, डॉ सव्य सांची त्रिपाठी, डॉ ज्योति रानी जायसवाल, डॉ प्रियंका श्रीवास्तव, डॉ राधा रानी सिंह, डॉ चित्रा चौरसिया, डॉ दीपशिखा पाण्डेय, डॉ स्मिता, डॉ नाज़नीन फारूकी, डॉ शशि कुमारी, डॉ सोनमती पटेल आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा बड़ी संख्या में छात्रायें मौजूद रहीं।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
