

मुनाबाव बॉर्डर पर बीएसएफ के अधिकारियों और जवानों से रूबरू हुए डीजीपी
जयपुर/बाड़मेर , 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । राज्य में बेहतर पुलिसिंग और कानून-व्यवस्था की मजबूती को लेकर राजस्थान पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा इन दिनों जोधपुर संभाग के दौरे पर हैं। इसी क्रम में उन्होंने बाड़मेर जिले के सीमावर्ती गडरा रोड थाना और मुनाबाव सीमा चौकी का दौरा किया।
भारत-पाकिस्तान सीमा से महज़ 5 किलोमीटर दूर स्थित गडरा रोड थाने पर पहुंचकर डीजीपी शर्मा ने न केवल थाने का गहन निरीक्षण किया, बल्कि अधिकारियों से कानून-व्यवस्था और क्षेत्र में अपराधों की प्रकृति की जानकारी भी ली। इस दौरान उन्होंने थाने में संधारित अभिलेखों को देखा और पुलिस की कार्यप्रणाली की समीक्षा की। डीजीपी ने सीमा क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लेकर पुलिस अधिकारियों को महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के बाद पुलिस महानिदेशक ने थाने में तैनात जवानों से आत्मीय संवाद किया। जवानों की समस्याएं व अपेक्षाएं सुनते हुए उन्होंने उनके साथ रात्रि भोज भी किया। पुलिस प्रमुख को अपने बीच पाकर जवान उत्साहित नज़र आए और उन्होंने पूरी निष्ठा व समर्पण भाव से कर्तव्य निर्वहन का संकल्प दोहराया।
गडरारोड थाने के निरीक्षण के पश्चात् डीजीपी शर्मा भारत-पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मुनाबाव चौकी पहुंचे। जहाँ उन्होंने बीएसएफ अधिकारियों और जवानों से मुलाकात की। डीजीपी ने सीमा पर तैनात बीएसएफ की गतिविधियों और सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा और अन्य गतिविधियों के बारे में भी ली जानकारी। बीएसएफ के जवानों से संवाद दौरान पुलिस महानिदेशक ने उनके अनुशासन व साहसिक कार्यों की सराहना करते हुए विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान किए गए पराक्रम की प्रशंसा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस हमेशा बीएसएफ के सहयोग के लिए तत्पर है।
पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा ने पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों के कल्याण, उनकी समस्याओं के निस्तारण और पुलिस परिवार के प्रतिभावान बच्चों के सम्मान करते हुए पुलिस परिवार के प्रति संवेदनशीलता दिखाई। डीजीपी शर्मा ने पुलिस लाइन की विभिन्न शाखाओं, क्वार्टर गार्ड, मेस, जिम और आवासीय क्वार्टरों का निरीक्षण किया। उन्होंने साफ-सफाई, व्यवस्था और उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने पुलिसकर्मियों और उनके परिवारों से सीधे संवाद किया। पुलिस परिवार के सदस्यों ने पानी, बिजली और अन्य सुविधाओं से जुड़ी अपनी समस्याओं को डीजीपी के सामने रखा, जिस पर उन्होंने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
डीजीपी शर्मा ने पुलिस परिवार के उन बच्चों को सम्मानित किया जिन्होंने शिक्षा, खेल और कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था। इन बच्चों में शामिल थे। कांस्टेबल ड्राइवर हेमाराम की बेटी नक्षत्री चौधरी: सोफिया कॉलेज, मुंबई से कला वर्ग में गोल्ड मेडल और टेबल टेनिस में यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडलिस्ट। आरपीएस रमेश कुमार शर्मा की बेटी गंगा: कम उम्र में भरतनाट्यम की डिग्री हासिल कर विश्व रिकॉर्ड में दूसरा स्थान। हेड कांस्टेबल श्रेणी दान के पुत्र हर्षित बारहठ: बास्केटबॉल में राष्ट्रीय स्तर पर सिल्वर मेडल। इसके अतिरिक्त सहायक उप निरीक्षक महिपाल सिंह की बेटी शिवांगी द्वारा बास्केटबॉल में व हेड कांस्टेबल रावताराम के बेटे हिमांशु द्वारा कबड्डी में नेशनल स्तर पर राजस्थान का टीम का प्रतिनिधित्व करने, हेड कांस्टेबल हेमाराम के पुत्र चिन्मय बेनीवाल के दसवीं में 97.33 प्रतिशत हासिल करने और हेड कांस्टेबल वीर सिंह की बेटी भावना द्वारा 12वीं विज्ञान वर्ग में 91.40% अंक हासिल करने पर डीजीपी ने बच्चों की हौसला अफजाई की और उन्हें उपहार प्रदान किए, जिससे उनका मनोबल बढ़ा।
सम्पर्क सभा में सुनीं पुलिसकर्मियों की समस्याएं
पुलिस लाइन में सम्पर्क सभा का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिस अधिकारी और जवानों ने अपनी विभिन्न समस्याओं को डीजीपी के सामने रखा। डीजीपी ने सभी समस्याओं को पूरी संवेदनशीलता के साथ ध्यानपूर्वक सुना और जिला तथा रेंज स्तर की समस्याओं के तुरंत निस्तारण के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। अपने दौरे के दौरान डीजीपी ने पुलिस लाइन परिसर में पौधारोपण भी किया और सभी जवानों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने अल्पाहार के दौरान पुलिस जवानों से व्यक्तिगत बातचीत भी की और उनकी निजी समस्याओं को सुना। इस दौरे के दौरान डीजीपी के साथ महानिरीक्षक पुलिस जोधपुर रेंज राजेश मीना, उप महानिरीक्षक पुलिस, कुंवर राष्ट्रदीप और पुलिस अधीक्षक बाड़मेर नरेंद्र सिंह मीना सहित बाड़मेर के जिले के सभी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, वृत्त अधिकारी एवं थानाधिकारी भी उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran)
