
पूर्व मेदिनीपुर, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सियासी संग्राम छिड़ गया है। राज्य विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। आर.जी.कर मेडिकल कॉलेज से लेकर पांशकुड़ा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल तक, महिलाओं के साथ अत्याचार की घटनाएं इसका सबूत देती हैं।
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन के अवसर पर नंदीग्राम के विधायक शुभेंदु अधिकारी ने ग्रामीण स्वास्थ्य सेविकाओं को सेवा प्रदान किया। नंदीग्राम के रेयापाड़ा ऑडिटोरियम में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “बंगाल में महिलाओं का कोई सम्मान नहीं है। मेडिकल कॉलेज हो या शैक्षणिक संस्थान या स्वास्थ्य केंद्र, हर जगह महिलाओं पर जिस तरह अत्याचार हो रहा है, उससे उन्हें बचाने के लिए बंगाल के सभी लोगों को एकजुट होकर विरोध करना होगा।”
दरअसल, पांशकुड़ा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में कार्यरत एक युवती (जो एक निजी कंपनी के अधीन वार्ड गर्ल के रूप में काम करती थीं) ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि अस्पताल में ही कंपनी का फैसिलिटी मैनेजर ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं, घटना की बात बाहर न बताने के लिए उसे बार-बार धमकाया भी गया।
आखिरकार युवती ने हिम्मत जुटाकर पांशकुड़ा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शिकायत मिलते ही पुलिस ने कोलाघाट से आरोपित मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया।
इसी घटना को लेकर शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार को विरोध मार्च निकालने का आह्वान किया और कहा कि अब समय आ गया है जब राज्य की जनता को महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा के लिए सड़क पर उतरना होगा।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
