
हरिद्वार, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । हरिद्वार पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने अपनों से बिछड़ने की पीड़ा सह रहे तीन बालकों को उनके परिजनों से मिलाया। पूर्व में रेस्क्यू किये गए बालकों को बाल कल्याण समिति के आदेश पर उनके परिजनों के सपुर्द किया गया।
एएचटीयू के दरोगा देवेंद्र कुमार ने बताया कि अजय पुत्र मनोज उम्र 15 वर्ष निवासी जनकपुर थाना देहात कोतवाली हरदोई, उत्तर प्रदेश, जो 20 दिन पूर्व घर से बिना बताए काम की तलाश में हरिद्वार आ गया था और दयनीय अवस्था में भिक्षा मांग कर गुजारा कर रहा था। उक्त बालक को उसकी माता सुनीता पत्नी मनोज के सपुर्द किया गया।
दूसरे बालक कार्तिक पुत्र कुंजबिहारी उम्र 15वर्ष निवासी गोकुल पुर उत्तर पूर्वी दिल्ली जो कि नवम्बर 2024 से घर से लापता था, को भी दयनीय हालात में हर की पौड़ी क्षेत्र से रेस्क्यू कर तत्काल परिजनों को सूचित कर बालक को उसके बड़े भाई कर्ण के सपुर्द किया गया।
तीसरे बालक आजाद पुत्र अनिल आयु 15 वर्ष निवासी तहापुर सीतापुर उत्तर प्रदेश भी दो महीने पूर्व घर से बिना बताए हरिद्वार आ गया था, जिसे लावारिस अवस्था में मोती बाजार हरिद्वार से रेस्क्यू किया गया था। परिजनों को सूचित कर उसके बड़े भाई सोमनाथ पुत्र अनिल के सपुर्द किया गया।
बच्चे वापस मिलने से खुश परिजनों ने हरिद्वार पुलिस का आभार जताया।
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(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
