
नई दिल्ली, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । मेडिकल उपकरण, पीओपी बैंडेज और सर्जिकल आइटम्स बनाने और उनका निर्यात करने वाली कंपनी गैलेक्सी मिडिकेयर के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में सपाट स्तर पर एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को निराश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 54 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर इसकी लिस्टिंग बिना किसी बदलाव के 54 रुपये के स्तर पर ही हुई। लिस्टिंग के बाद बिकवाली के दबाव में थोड़ी देर बाद ही कंपनी के शेयर लुढ़क कर 51.30 रुपये के लोअर सर्किट लेवल तक पहुंच गए। इस तरह पहले दिन के कारोबार में ही कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 5 प्रतिशत का नुकसान हो गया।
गैलेक्सी मिडिकेयर का 22.31 करोड़ रुपये का आईपीओ 10 से 12 सितंबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से फीका रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 1.83 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 1.01 गुना सब्सक्राइब हुआ था। वहीं, नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.48 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसी तरह रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 2.10 गुना सब्सक्राइब हो सका था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 16.74 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए हैं। इसके अलावा 8.24 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिये बेचे गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत मामूली उतार-चढ़ाव के बावजूद मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 1.57 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 3.71 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का शुद्ध लाभ मामूली गिरावट के साथ 3.37 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 9 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 40.27 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी पर कर्ज में लगातार कमी आई। वित्त वर्ष 2022-23 के आखिर में कंपनी का कर्ज 9.15 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2023-24 के आखिर में घट कर 8.12 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह वित्त वर्ष 2024-25 के आखिर में कंपनी का कर्ज कम होकर 4.61 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।
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(Udaipur Kiran) / योगिता पाठक
