
गुवाहाटी, 16 सितंबर (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर पूर्वोत्तर क्षेत्र विशेषकर असम ने विकास की एक नयी ऐतिहासिक यात्रा की ओर कदम बढ़ाया है। केंद्र सरकार की “एक्ट ईस्ट पॉलिसी” ने असम समेत पूरे पूर्वोत्तर के लिए संभावनाओं के नए द्वार खोल दिए हैं। आने वाले वर्षों में इसके ठोस परिणाम असम की जनता के सामने दिखाई देंगे। ये बातें आज भाजपा के मुख्य प्रवक्ता किशोर उपाध्याय ने पार्टी मुख्यालय अटल बिहारी वाजपेयी भवन से जारी बयान में कही।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की विशेष औद्योगिक नीतियों ने न केवल असम की आर्थिक उन्नति में अहम योगदान दिया है बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी नए अवसर प्रदान किए हैं। जागीरोड में 27 हजार करोड़ रुपये की सेमीकंडक्टर परियोजना शिक्षित युवाओं के रोजगार की बड़ी उम्मीद बनकर आई है। वहीं, पांच हजार करोड़ रुपये की बायो-एथेनॉल परियोजना और 7,230 करोड़ रुपये की पॉलीप्रोपाइलीन परियोजना, जो नुमलीगढ़ में प्रस्तावित हैं, राज्य की कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत आधार देंगी।
दुनिया की पहली ग्रीन बांस आधारित एथेनॉल परियोजना से हर साल करीब 200 करोड़ रुपये का योगदान असम की ग्रामीण अर्थव्यवस्था में होगा। दूसरी ओर, 1,200 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला 2.9 किलोमीटर लंबा नारेंगी–कुरुवा पुल और 118.5 किलोमीटर लंबा रिंग रोड प्रोजेक्ट गुवाहाटी को उत्तर-पूर्व का द्वार ही नहीं, बल्कि दक्षिण-पूर्व एशिया के एक प्रमुख वाणिज्यिक केंद्र के रूप में स्थापित करेगा। यह परियोजना न केवल गुवाहाटी और असम के भीतर बेहतर संपर्क प्रदान करेगी, बल्कि शहर की बढ़ती ट्रैफिक समस्या को भी काफी हद तक कम करेगी।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों के समय जब असम की जनता को महज एक पुल, दूसरी रिफाइनरी, तकनीकी शिक्षा संस्थान या सांस्कृतिक परियोजना के लिए भी आंदोलन करना पड़ता था, वहीं आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के प्रयास असम को हर क्षेत्र में आगे ले जाने का भरोसा और आशा जगाते हैं।
भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), माजुली से जुड़ने वाला ब्रह्मपुत्र पुल, गुवाहाटी–उत्तर गुवाहाटी पुल तथा नुमलिगढ़–गहपुर अंडर-रिवर टनल जैसी परियोजनाएं असम की आर्थिक तस्वीर बदलने वाली हैं। प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता किशोर उपाध्याय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की योजनाओं ने कांग्रेस शासनकाल में उपेक्षित इस क्षेत्र को फिर से राष्ट्रीय मानचित्र पर उसका सम्मानजनक और महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।
उन्होंने यह भी अपील की कि असम की विपक्षी पार्टियां महज विरोध की राजनीति करने के बजाय सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ इस विकास यात्रा में सहयोग करें।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
