
वाराणसी,16 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के जंतु विज्ञान विभाग के साइटोजेनेटिक्स लैब में सीएसआईआर-एसआरएफ शोधकर्ता सौरभ चंद सागर ने बड़ी उपलब्धि पाई है। सौरभ के किए गए शोध से प्राप्त एक कॉन्फोकल इमेज को कैंब्रिज यूके के जर्नल कंपनी ऑफ बायोलॉजिस्ट्स की वेबसाइट को जर्नल के फोकल प्लेन पर प्रदर्शित किया गया है। इसके साथ ही सौरभ को कंपनी ऑफ बायोलॉजिस्ट्स द्वारा ट्रैवल ग्रांट प्रदान किया गया है। जिसके तहत वे मार्च 2025 को लिवरपूल यूके में आयोजित हुए बायोलॉजिस्ट्स कॉन्फ्रेंस में भी शामिल हुए।
शोध छात्र सौरभ के अनुसार उनका शोध ड्रोसोफिला के माल्पीघियन टयूबूल पर केंद्रित है। जो जैविक अनुसंधान में महत्वपूर्ण मॉडल जीव के रूप में जाना जाता है। उनकी इस कॉन्फोकल छवि को वैज्ञानिक समुदाय से भी सराहना मिली है । साथ ही इसे वैश्विक मंच पर भी मान्यता मिली है। कंपनी ऑफ बायोलॉजिस्ट्स की वेबसाइट पर उनकी छवि को विशेष रूप से प्रदर्शित किया गया, जो उनके शोध की गुणवत्ता को दर्शाता है। सौरभ ने कहा की यह मेरे लिए गर्व का क्षण है कि मेरे शोध को वैश्विक स्तर पर पहचान मिली। कंपनी ऑफ बायोलॉजिस्ट्स का ट्रैवल ग्रांट मुझे अपनी शोध यात्रा को और आगे बढ़ाने का अवसर देगा। बताते चले सौरभ जन्तु विज्ञान विभाग में प्रोफेसर मधु तापड़िया के दिशा निर्देशन में पीएचडी कर रहे है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
