मुंबई, 16 सितंबर (Udaipur Kiran) । वापसी की बारिश मुंबईकरों को एक साल का तोहफा दे गई है। महानगर को जलापूर्ति करने वाली सभी सातों झीलें लबालब होकर बहने लगी हैं। इससे साल भर की पानी की टेंशन खत्म हो गई है। अगले साल गर्मियों के दिनों में पानी की कटौती नहीं की जाएगी।
मुंबई मनपा से मिली जानकारी के अनुसार मुंबई को जलापूर्ति करने वाली सभी सात झीलों में 99 प्रतिशत पानी जमा हो गया है, जो अगले मानसून आने तक के लिए पर्याप्त है। पिछले तीन वर्षों में जल भंडारण का यह बेहतर रिकार्ड है। झीलों का जल भंडार 14.30 लाख मिलियन लीटर तक पहुंच गया है, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे ज़्यादा है। पिछले महीने अगस्त के आखिर में ही झीलें में पर्याप्त पानी हो गया था। बीच में बारिश नहीं होने के काऱण जलस्तर घटने लगा था। वापसी की बाऱिश ने इस समस्य़ा को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। पांच झीलें अगस्त महीने से ही ओवरफ्लो होकर बह रही थी। इनमें मध्य वैतरणा, तानसा, मोडक सागर, तुलसी और विहार झील का समावेश है। शेष दो झीलों अपर वैतरणा और भातसा के गेट खोले गए थे।
अगस्त आखिर में झीलों में 13,96,901 एमएलडी यानी 96.51 प्रतिशत पानी का भंडारण हुआ था। बारिश नही होने से जलस्तर घट रहा था। अब झीलों के भंडारण क्षेत्र में हुई अच्छी बारिश से मंगलवार सुबह तक झीलों का जलस्तर 99 प्रतिशत तक पहुंच चुका है। इन झीलों की जल भंडारण क्षमता कुल 14,47,363 एमएलडी है। इन झीलों से मुंबई में प्रतिदिन 3950 एमएलडी पानी आपूर्ति की जाती है।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार
