
धमतरी, 16 सितंबर (Udaipur Kiran) । वन्य प्राणियों के संरक्षण और संवर्धन के लिए जिले में वन विभाग का लगातार प्रयास जारी है। इसी के तहत गर्मी से पहले ही वन्य जीवों के लिए उनके प्राकृतिक आवास में स्वच्छ पेयजल की स्थायी रूप से व्यवस्था की जा रही है। सोलर पंपों के माध्यम से तालाबों में पानी भरा जा रहा है। तालाब भी ऐसे बनाए गए हैं, जिसमें पानी गर्मी में भी रहेगा।
सीतानदी-उदंती अभ्यारण्य वन्य प्राणियों से संपन्न होता जा रहा है। सालों बाद यहां बाघ की वापसी हुई है। वहीं हाथी भी इस क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। तेंदुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। अन्य वन्यजीवों की भी लगातार वंशवृद्धि हो रही है। उधर वन विभाग भी इन वन्यजीवों के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रयास कर रहा है। रिजर्व के पेट्रोलिंग कैंपों का विद्युतीकरण हो चुका है। अब सोलर पंप के जरिए तालाबों में पानी की स्थायी व्यवस्था की जा रही है। धमतरी वन परिक्षेत्र के रेंजर संदीप सोम ने आज मंगलवार काे बताया कि जंगल की अवैध कटाई और शिकार रोकने लिए एंटी पोचिंग टीम लगातार रिजर्व फारेस्ट में सर्चिग अभियान चला रही है। लगातार कार्रवाई भी हो रही है। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है।
सोलर पंपों के माध्यम से वन में पानी की व्यवस्था किए जाने से न सिर्फ वन्यजीव सुरक्षित होंगे, बल्कि वन ग्रामवासियों को भी राहत मिलेगी। गर्मी में वन में पानी की कमी होने पर वन्यजीव रिहायशी इलाकों में आ जाते हैं। इससे ग्रामीणों के साथ वन्यजीवों की मुठभेड़ की घटनाएं होती हैं। वहीं शिकारी भी ताक लगाकर वन्य जीवों का शिकार करते हैं। वन में पानी की व्यवस्था होने से वन्यजीवों का रिहायशी इलाकों में आना-जाना कम हो जाएगा।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
