
रांची, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । जापान इंटरनेशनल कॉपरेशन एजेंसी (जीआईसीए) मुख्यालय के सहायक निदेशक नाकायामा शोता ने कहा कि झारखंड हॉर्टिकल्चर इंटेंसिफिकेशन थ्रू माइक्रो ड्रिप इरीगेशन (जीएचआईएमडीआई) परियोजना न केवल कृषि उत्पादकता बढ़ा रही है, बल्कि ग्रामीण समुदायों, विशेषकर महिलाओं को सशक्त बनाने में भी अहम भूमिका निभा रही है।
नाकायामा शोता सोमवार को नामकुम प्रखंड के रामपुर पंचायत अंतर्गत चेने और सरवल गांवों में परियोजना के अंतर्गत विकसित बागवानी प्लॉटों का दौरा कर रहे थे। उन्होंने जीएचआईएमडीआई परियोजना को ग्रामीण समुदायों के विकास और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
भ्रमण के दौरान उन्होंने खरसिदाग गांव स्थित बहुद्देशीय सामुदायिक केंद्र और सोलर कूल चेम्बर का भी निरीक्षण किया।
यहां पर उन्होंने महिला किसानों से बातचीत की। उन्होंने उनकी मेहनत और समर्पण की जमकर सराहना की। शोता ने कहा कि इन महिला किसानों का योगदान इस परियोजना की सफलता की असली ताकत है। उन्होंने बताया कि इस परियोजना को रांची जिले के 12 प्रखंडों में लागू किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य माइक्रो ड्रिप इरीगेशन तकनीकों के माध्यम से बागवानी को बढ़ावा देना। साथ ही किसानों की आय में वृद्धि करना और जल संसाधनों का कुशल उपयोग सुनिश्चित करना है।
इस अवसर पर जीआईसीए राज्य कार्यालय से मुख्य परिचालन अधिकारी प्रवीण सिंह, परियोजना प्रबंधक पंकज सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक निशिकांत नीरज, डीपीसी अभिषेक चांद, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक सुजाता सोनी सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
