
नई दिल्ली, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बैंक धोखाधड़ी मामले में करीब 15 वर्षों से फरार चल रहे एक एक लाख रुपए के इनामी चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। महाराष्ट्र के संभाजी नगर और नागपुर से गिरफ्तार किए गए इन आरोपितों में राजकुमार चुरेवाल, माधव चुरेवाल, दीपक चुरेवाल और राजेश चुरेवाल शामिल हैं। सारे आरोपित एक ही परिवार के हैं। सीबीआई के अनुसार राजकुमार चुरेवाल और माधव चुरेवाल को साल 2007 में और दीपक चुरेवाल व राजेश चुरेवाल को वर्ष 2010 में फरार घोषित किया गया था। परिवार का एक अन्य सदस्य सुरेंद्र कुमार चुरेवाल भी इसी मामले में फरार घोषित हुआ था, जिसकी बाद में मौत हो गई। एजेंसी के अनुसार, फरारी के दौरान आरोपितों ने अपनी असली पहचान छिपाने के लिए फर्जी सरकारी पहचान पत्र बनवाए और काल्पनिक नामों से रह रहे थे। हाल ही में सीबीआई को आरोपितों के नए पते और नामों की जानकारी मिली, जिसके आधार पर 14 सितंबर को कोलकाता की टीमों ने समन्वित अभियान चलाकर इन्हें गिरफ्तार किया। नागपुर से राजकुमार, माधव और दीपक चुरेवाल, जबकि छत्रपति संभाजी नगर से राजेश चुरेवाल को पकड़ा गया। गिरफ्तार आरोपितों को कोलकाता की सक्षम अदालत में पेश किया जाएगा। सीबीआई इनके खिलाफ पहचान छुपाकर धोखाधड़ी, जालसाजी और अन्य प्रासंगिक धाराओं में नया मामला दर्ज करने की प्रक्रिया में है। जांच के दौरान यह भी सामने आया है कि फरारी के दौरान आरोपितों ने फर्जी पहचान से बैंक ऑफ इंडिया से एक और ऋण लिया था, जिसे वे चुकाने में नाकाम रहे।
(Udaipur Kiran) / प्रशांत शेखर
