CRIME

शिक्षा के नाम पर ठगी करने वाले तीन शातिर गिरफ्तार, AIPS संस्था का भंडाफोड़

पुलिस के गिरफ्त में तीनों अभियुक्त
अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र कुमार सिंह

अमेठी, 15 सितम्बर (Udaipur Kiran) । पुलिस अधीक्षक अमेठी श्रीमती अपर्णा रजत कौशिक के निर्देशन और क्षेत्राधिकारी अमेठी मनोज कुमार मिश्र के नेतृत्व में चलाए जा रहे अपराधियों के विरुद्ध अभियान के तहत थाना अमेठी पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। शिक्षा के नाम पर 31 बच्चों से ठगी करने वाले तीन अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

सोमवार को चेकिंग के दौरान शिक्षा के नाम पर ठगी करने वाले 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। इनकी पहचान प्रिन्स आज़म खान पुत्र मोहम्मद याक़ूब खान निवासी सरायराजशाह थाना अमेठी, विवेक श्रीवास्तव पुत्र कृष्णलाल निवासी आवास विकास कॉलोनी थाना अमेठी और आयुष कुमार तिवारी पुत्र विमलेश भूषण तिवारी निवासी अर्जुनगंज थाना सुशांत गोल्फ सिटी लखनऊ के रूप में हुई है। ये अभियुक्त अमेठी कस्बे में अमेठी इंस्टिट्यूट ऑफ़ पैरामेडिकल साइंसेज (AIPS) नामक संस्था के नाम पर छात्रों को विभिन्न कोर्सों में एडमिशन दिलाते थे और खुद पढ़ाने के साथ अन्य संस्थाओं से फर्जी सम्पर्क बनाकर प्रवेश दिलाने का झांसा देते थे। इसके सम्बंध में रविवार को 31 छात्राओं ने कोतवाली अमेठी पहुंचकर लिखित शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि उन लोगों से नर्सिंग एएनएम कोर्स के लिए दो से ढाई लाख रुपये लिया गया था। लेकिन सम्बंधित संस्था में नहीं जमा किया गया था। जिसके चलते उन लोगों को प्रवेश पत्र नहीं मिला और सोमवार से होने वाली परीक्षा में वह शामिल नहीं हो सके। जब पुलिस ने संस्थान का वैध रजिस्ट्रेशन और संचालन सम्बंधी कागज़ मांगे तो कोई प्रमाणपत्र नहीं दिखा सके। उसके कार्यालय से AIPS के पम्पलेट और एडमिशन फार्म, फर्जी मार्कशीट, बायोमैट्रिक मशीन, डीवीआर,डेटा रजिस्टर, 2 मोहर बरामद की गई है।

अपर पुलिस अधीक्षक सलीम कुमार सिंह ने बताया छात्रों की तहरीर पर कल 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 247/2025 धारा 316(2), 319(2), 318(4), 338, 351(3) बीएनएस थाना अमेठी में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। जिसमें से तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया गया है। यह संस्थान बिल्कुल फर्जी है जो तमाम बच्चों से पैसे लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा कर रहा था। कुछ बच्चों का रजिस्ट्रेशन करवा कर परीक्षा करवाता था तो कुछ बच्चों का रजिस्ट्रेशन भी नहीं करवाता था और पूरे पैसे गबन कर लेता था। अन्य साक्ष्य संकलन किये जा रहे हैं जिसको विवेचना में शामिल किया जाएगा।

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(Udaipur Kiran) / लोकेश त्रिपाठी

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