Jammu & Kashmir

राजकीय महिला महाविद्यालय कठुआ ने मनाया हिन्दी दिवस

Government Women's College Kathua celebrated Hindi Day

कठुआ, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । राजकीय महिला महाविद्यालय कठुआ की प्रधानाचार्य डॉ. सावी बहल के दिशा निर्देश पर हिन्दी दिवस के अन्तर्गत नाटक का आयोजन महाविद्यालय परिसर में किया गया।

कार्यक्रम की शुरूआत में डॉ. मुकेश कुमारी हिन्दी विभागाध्यक्षा ने बताया कि हिंदी जो विश्व भाषा है, किंतु फिर भी अपने ही देश में कहीं न कहीं आज भी उसको वे सम्मान प्राप्त नहीं है जिसकी वे अधिकारी है। सविंधान में भले ही वे राजभाषा का गौरव प्राप्त कर चुकी है किंतु आज भी राजकाज अंग्रेजी भाषा में ही किया जाता है, यहां तक कि किसी की योग्यता का आधार भी उसका ज्ञान नहीं बल्कि उसकी भाषा ही मानी जाती है। इसी को केन्द्र में रखते हुए हिन्दी की छात्राओं द्वारा यह नाटक किया गया। नाटक के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि जहां यह नाटक छात्राओं की प्रतिभाओं को निखारने तथा उनमें आत्मविश्वास जागृत करने का माध्यम बनेगा। वही दर्शकों के माध्यम से समाज में इस तरह के विचार- परिवर्तन की मांग भी करेगा। वे यह जरूर सोचेंगे कि किसी की योग्यता का अंकन उसके ज्ञान से होता है न कि भाषा से। भाषा तो बस माध्यम भर है, और यदि कोई अपनी मातृ भाषा में सोचता है तो यकीनन उसी में बेहतर कर सकता है।

कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. सावी बहल ने सभी प्रतिभागियों की प्रतिभा को सराहा। साथ ही आयोजकों द्वारा किये गए विषय चयन की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि हिन्दी हमारा मूल है तथा हमारी संस्कृति की वाहक है। हम यदि वास्तव में विकास करना चाहते हैं तो हमें अपनी जड़ों को पकड़े रखना होगा। अन्य भाषाओं का भी ज्ञान अवश्यक है किंतु जिसमें हम अच्छे से सम्प्रेषण कर सकते हैं वे हमारी मातृ भाषा ही हो सकती है। आज हमारी सरकार भी अन्तराष्टरीय स्तर पर हिन्दी के प्रचार प्रसार पर कार्यरत है। प्रधानाचार्य महोदया ने कहा कि यकीनन युवा सोच ही समाज में परिवर्तन ला सकती है। अपने जीवन अनुभव को प्रतिभागियों के साथ साझा करते हुए कहा कि इस तरह की प्रतियोगताएं विद्यार्थियों के अन्दर उत्साह तथा आत्मविश्वास बढ़ाती हैं साथ ही हिन्दी विभाग द्वारा भविष्य में भी इस प्रकार की गतिविधियों की अपेक्षा जताई। नाटक में प्रस्तुति देने वाली बी. ए. तृतीय सत्र की छात्राएं -अनामिका, पूजा, सोना, खुशबु, लक्ष्मी, अंजली, सोनिका और कल्पना थीं। इस अवसर पर डॉ. इन्द्रजीत कौर विभागाध्यक्ष रसायन विभाग, डॉ. रेनु, डॉ. अम्बिका, डॉ.कामिनी, प्रो. सुरभि, डॉ. रितु कुमार, डॉ. सतीश, प्रो. राममूर्ति , डॉ. अनुपम व अन्य संकाय सदस्यों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को सफल बनाया।

—————

(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया

Most Popular

To Top