Haryana

खिलाड़ियाें का फर्जीवाड़ा राेकने काे ग्रेडेशन प्रमाण पत्र पर दर्ज होगी जन्म तिथि व आधार कार्ड नंबर

-हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन ने जारी किए निर्देश

चंडीगढ़, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन ने फर्जी खेल प्रमाण पत्र बनवाने वाले खिलाडिय़ों पर सख्ती करने का फैसला किया है। संघ ने प्रदेश की सभी खेल एसोसिएशनों और जिला खेल अधिकारियों को साफ निर्देश दिए हैं कि अब किसी भी खिलाड़ी को खेल प्रमाण पत्र जारी करते समय उसकी जन्मतिथि और आधार कार्ड नंबर दर्ज करना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही खिलाड़ी के माता-पिता का नाम भी प्रमाण पत्र में लिखा जाएगा।

सरकारी नौकरियों में फर्जी खेल प्रमाण पत्र को लेकर सरकार के पास लगातार शिकायतें पहुंचीं। इसके बाद तत्कालीन महानिदेशक संजीव वर्मा ने जांच कराई, तो पता चला कि 76 खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट संदिग्ध हैं। निदेशालय की ग्रेडेशन वैरिफिकेशन कमेटी ने इन सभी प्रमाण पत्रों को फर्जी मानते हुए रद्द करने की सिफारिश की है। इन खेल प्रमाण पत्रों के आधार पर खेल कोटे से सरकारी नौकरियां प्राप्त की जाती रही हैं। जांच में इन प्रमाण पत्रों को नियमों के विरुद्ध पाया गया है। यह सभी सर्टिफिकेट साल 2018 से 2022 के बीच जारी हुए हैं।

हरियाणा सरकार ने खेल कोटे के तहत खिलाडिय़ों को सरकारी नौकरियां प्रदान करने की नीति बना रखी है। इस पॉलिसी में समय-समय पर राज्य सरकारें अपनी सुविधा अनुसार बदलाव करती रही हैं। विभिन्न प्रकार के खेलों में भागीदारी व मेडल हासिल करने के आधार पर खिलाडिय़ों के ग्रेडेशन सर्टिफिकेट दिए जाते हैं। हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव एवं विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार द्वारा जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि मैरिट में आने वाले खिलाडिय़ों के प्रमाण पत्र की सही तरीके से जांच की जाएगी और तभी उनका वितरण किया जाएगा। इस पहल के बाद फर्जीवाड़ा करने वालों के रास्ते बंद हो जाएंगे और केवल असली खिलाडिय़ों को ही इसका फायदा मिल सकेगा।

हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष जसविंद्र सिंह मीनू बेनीवाल ने कहा कि खिलाडिय़ों के मैरिट सॢटफिकेट पर आधार नंबर दर्ज करने से हर तरह के फर्जीवाड़े की आशंकाएं समाप्त हो जाएंगी और इससे पारदर्शिता बढ़ेगी। जांच प्रक्रिया में बर्बाद होने वाले समय की बचत होगी।

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(Udaipur Kiran) शर्मा

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