जम्मू, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर भाजपा की उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री प्रिया सेठी ने रामनगर के विधायक सुनील भारद्वाज और जम्मू-कश्मीर भाजपा के मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप महोत्रा के साथ पार्टी मुख्यालय त्रिकुटा नगर जम्मू में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐतिहासिक अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधारों के लाभों पर चर्चा की जिनसे उत्पादकता और प्रभावशीलता में सुधार होगा।
मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए भाजपा नेताओं ने इस बात पर ज़ोर दिया कि ये सुधार शोषण नहीं बल्कि सशक्तिकरण का प्रतिनिधित्व करते हैं और यूपीए की प्रतिगामी कर नीतियों के बिल्कुल विपरीत हैं जिन्होंने गरीबों पर बोझ डाला और मध्यम वर्ग की आकांक्षाओं को कुचल दिया।
प्रिया सेठी ने अपने संबोधन में इन सुधारों को एक ऐतिहासिक मील का पत्थर और भारत के लिए एक नए आर्थिक सवेरे की शुरुआत बताया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सभी क्षेत्रों में जीएसटी दरों में कटौती की है 12% कर स्लैब में आने वाली 99% वस्तुओं और 28% कर स्लैब में आने वाली 90% वस्तुओं पर कर कटौती की गई है जिससे घरेलू खपत में लगभग 2 लाख करोड़ की वृद्धि होगी जो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवंटित राशि का चार गुना और पीएलआई योजना के तहत आवंटित राशि का दस गुना है।
प्रिया सेठी ने ज़ोर देकर कहा कि ये सुधार मूल रूप से प्रत्येक नागरिक पर कर का बोझ कम करने आम आदमी, किसानों, छोटे व्यवसाय मालिकों, श्रमिकों और विशेष रूप से पारिवारिक बजट का प्रबंधन करने वाली गृहणियों को अधिक क्रय शक्ति प्रदान करने के बारे में हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जीएसटी संरचना को अब केवल दो स्लैब तक सरल बना दिया गया है जिससे घरों और व्यवसायों के लिए जीवन आसान हो गया है।
सुनील भारद्वाज ने अपने भाषण में इस बात पर ज़ोर दिया कि ये सुधार एक दशक की कड़ी मेहनत और आर्थिक सुधार का परिणाम हैं। उन्होंने कहा कि यह सुधार भारत के लिए एक बड़ा दिवाली बोनस है और बताया कि अब आवश्यक वस्तुएँ 0-5% के दायरे में आती हैं, सामान्य वस्तुओं पर 5%, जबकि ग़रीबों और मध्यम वर्ग की सुरक्षा के लिए विलासिता और अहितकर वस्तुओं पर अधिक कर लगाया गया है।
उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ये सुधार सहकारी संघवाद की भी जीत हैं और सभी राज्यों की जीएसटी परिषद में इन पर सर्वसम्मति है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में भारत ने अपने राजमार्गों का 60% विकास किया है हवाई अड्डों की संख्या दोगुनी की है मेट्रो लाइनों की संख्या चौगुनी की है 144 वंदे भारत ट्रेनें बनाई हैं स्थानीय रक्षा निर्माण को 174% बढ़ाया है, निर्यात को 34 गुना बढ़ाया है, और यह सुनिश्चित किया है कि बिना किसी भ्रष्टाचार के प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के माध्यम से नागरिकों तक सालाना 6.83 लाख करोड़ की राशि पहुँचे।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
