Uttar Pradesh

आयुर्वेद व्यक्ति एवं पर्यावरण के बीच सामंजस्य पर आधारित : बी.के सिंह

आयुर्वेद पर वैज्ञानिक संगोष्ठी में अतिथिगण

-आयुर्वेद मानव के साथ-साथ पशु पक्षी, पेड़ पौधे तथा पर्यावरण के स्वास्थ्य का भी साधन : डॉ जीएस तोमर

प्रयागराज, 15 सितम्बर (Udaipur Kiran) । आयुर्वेद आज विश्व के आकर्षण का केन्द्र बनता जा रहा है। इस स्थिति में हमें समय परीक्षित इस विधा को साक्ष्य आधारित शोध से पुष्ट करना होगा। तभी यह विधा वैश्विक क्षितिज पर लोकप्रिय एवं लाभकारी सिद्ध हो सकेगी। यह बातें बतौर मुख्य अतिथि प्रयागराज के पूर्व कमिश्नर सेवानिवृत्त बी.के. सिंह ने कही।

सोमवार को भा.वा.अ.शि.प.-पारिस्थितिक पुनर्स्थापन केन्द्र, प्रयागराज तथा विश्व आयुर्वेद मिशन एवं भारतीय वानिकी अनुसंधान शिक्षा परिषद के संयुक्त तत्वावधान में दशम आयुर्वेद दिवस पर एक दिवसीय वैज्ञानिक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि ने आयुर्वेद के व्यावहारिक पक्ष पर छोटे उदाहरण देकर अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किए। उन्होंने आयुर्वेद दिवस पर प्रायोजित इस महत्वपूर्ण संगोष्ठी के लिए आयोजकों को बधाई भी दी।

मुख्य वक्ता विश्व आयुर्वेद मिशन के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. जी.एस तोमर ने कहा कि आयुष मंत्रालय द्वारा प्रति वर्ष 23 सितम्बर को आयुर्वेद दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है। इस वर्ष का थीम “आयुर्वेद जन-जन के लिए एवं पृथ्वी के कल्याण के लिए“ है। जिसका लक्ष्य आयुर्वेद को आखिरी छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति विश्व के कल्याण की कामना करती है, जिसके अन्तर्गत स्वास्थ्य के लिए समर्पित यह भारतीय विधा पृथ्वी के कल्याण के लिए समर्पित है। आयुर्वेद मानव के साथ-साथ पशु, पक्षी, पेड़, पौधे तथा पर्यावरण के स्वास्थ्य का भी साधन है।

संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए केन्द्र प्रमुख डॉ. संजय सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आयुर्वेद केवल इलाज नहीं, स्वस्थ जीवन जीने की कला है। यदि हम इसकी जीवनशैली सम्बन्धी शिक्षाओं को अपने दैनिक जीवन में अपनाएं, तो हम दीर्घायु रोगमुक्त और मानसिक रूप से सन्तुलित जीवन जी सकते हैं।

कार्यक्रम का संचालन विश्व आयुर्वेद मिशन के सह सचिव एवं राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अवनीश पाण्डेय ने तथा केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अनीता तोमर ने धन्यवाद ज्ञापन किया। संगोष्ठी में केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ आलोक यादव, डॉ. कुमुद दुबे, डॉ. अनुभा श्रीवास्तव एवं कर्मचारियों के साथ सुदर्शन आयुर्वेद के एमडी राजेन्द्र सिंह, एम क्यूब डायरेक्टर अनुराग अस्थाना एवं डॉ. आशीष मौर्य आदि उपस्थित रहे। इस अवसर पर औषधि पौधरोपण एवं वितरण भी किया गया एवं कार्यक्रम के आयोजन में वैद्यनाथ के प्रतिनिधि प्रणय चक्रवर्ती एवं शशांक पाण्डेय ने सहयोग प्रदान किया।

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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र

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