धर्मशाला, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । कांगड़ा जिला में पिछले करीब तीन माह में भारी वर्षा के चलते जन-धन का भारी नुकसान हुआ है। जिला में भारी बरसात, बाढ़ और अन्य हादसों में अब तक 55 लोगों की जान जा चुकी है वहीं 603 करोड़ से अधिक का नुकसान सरकारी और निजी संपत्ति को हो चुका है। उधर उपायुक्त कांगड़ा हेम राज बैरवा ने बताया कि 20 जून 2025 से 14 सितम्बर 2025 तक वर्षा से जिले में कुल 603 करोड़ से अधिक का नुकसान आंका गया है।
उन्होंने बताया कि इस दौरान 55 लोगों की जान गई, वहीं 215 निरीह पशुधन भी काल का ग्रास बने। इसके अलावा मकानों और गौशालाओं को भी भारी क्षति पंहुची है। जिला में अब तक 180 कच्चे मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए जबकि 27 पक्के मकान पूर्णतः क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अलावा 1076 कच्चे एवं 126 पक्के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त पाए गए हैं। इसके अलावा 1388 गौशालाएं, 74 श्रमिक शेड, रसोईघर, बाथरूम, डंगे और 33 दुकानें क्षतिग्रस्त हुईं।
उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के नुकसान में लोक निर्माण विभाग को लगभग 298 करोड़ रुपये, सिंचाई एवं पेयजल विभाग को 263.15 लाख रुपये, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड को 6.27 करोड़ रुपये, ग्रामीण विकास विभाग को 11.26 करोड़ रुपये, स्वास्थ्य विभाग को 28 करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है। कृषि और बागवानी को भी क्रमशः 18.88 करोड़ और 2.91 लाख रुपये की क्षति दर्ज हुई है। वहीं धर्मशाला नगर निगम क्षेत्र को भारी वर्षा से 6.20 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
उपायुक्त ने बताया कि बड़ा भंगाल क्षेत्र में हेलिकाॅप्टर की मदद से राहत सामग्री पंहुचाई गई है। वहीं, पोंग बांध के आसपास प्रभावित इलाकों में राहत एवं पुनर्वास कार्यों को तेजी से चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि प्रभावित परिवारों और व्यक्तियों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही, क्षति का पूर्ण मूल्यांकन कर प्रभावित लोगों को सरकारी प्रावधानों के तहत आर्थिक सहायता भी प्रदान की जा रही है।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
