
मुंबई, 15सितंबर ( हि.स.) । बीजेपी के दिग्गज ठाणे विधायक संजय केलकर के चल रहे जन संवाद कार्यक्रम के माध्यम से ठाणे शहर में बच्चों तथा वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित नाना नानी उद्यान पार्क को तोड़क कार्यवाही से बचाया गया है। ठाणे विधायक संजय केलकर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इसी तरह माजीवाड़ा गांव के पार्क को सीमेंट कंक्रीट का जंगल बनाने से बचाने में उन्हें सफलता मिली है। ठाणे में आयोजित जन संवाद कार्यक्रम में विधायक संजय केलकर को कई शिकायतें मिलीं। इनमें विधायक. केलकर को डेवलपर द्वारा आवास संबंधी धोखाधड़ी, राशन कार्यालय, शिक्षा विभाग, पानी संबंधी समस्याओं जैसे विभिन्न मुद्दों पर शिकायतें प्राप्त हुईं।
संजय केलकर का कहना है कि मेरे फॉलोअप के कारण, मुंबई नगर निगम द्वारा ठाणे के लिए 5 एमएलडी पानी की आपूर्ति बढ़ा दी गई। इससे घोड़बंदर के निवासियों को पर्याप्त पानी मिल रहा था, लेकिन मुझे लगता है कि मुंबई नगर निगम उस पानी को रोक देगा। मैंने तुरंत संबंधित अधिकारियों को पानी न रोकने का निर्देश दिया है और उन्होंने मुझे आश्वासन भी दिया है, ऐसा एम एल ए. केलकर ने बोलते हुए कहा कि साथ ही, धोखाधड़ी की कई शिकायतें बढ़ी हैं और अगर आप पुलिस थानों में जाएँगे, तो आपको विभिन्न प्रकार की धोखाधड़ी की शिकायतें मिलेंगी। उन्होंने बताया कि हर्ष का विषय है कि लोकप्रिय जन संवाद के माध्यम से सैकड़ों लोगों को न्याय मिला है।
दरअसल ठाणे शहर में नाना नानी उद्यान वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों के लिए नगर निगम द्वारा संरक्षित है, और ठाणे नगर निगम ने एक के बाद एक सीमेंट कंक्रीट का जंगल बनाने की योजना बनाई थी, जिसे माजीवड़ा गाँव के नागरिकों, युवाओं और बच्चों के आंदोलन और जनसेवक विधायक संजय जी केलकर साहब के माध्यम से बचाया जा सका है।
किसी भी कुएँ को संरक्षित किया जाता है और उसके पानी का पुनः उपयोग आरओ फ़िल्टर प्लांट के माध्यम से किया जाता है। ठाणे में यह प्लांट 6×6 मीटर का है और उसी कुएँ पर बनाया गया है, ताकि इसका अधिक क्षमता से उपयोग किया जा सके, लेकिन माजीवड़ा में कुछ डेवलपर्स के हस्तक्षेप के कारण, इस प्लांट को नगर निगम के लोगों के लिए आरक्षित एक भूखंड पर स्थानांतरित कर दिया गया। माजीवड़ा गाँव की आबादी 30 से 35, हजार है और वे इस एकमात्र पार्क का उपयोग कर रहे थे और ठाणे नगर निगम इसे छीनने की कोशिश कर रहा था, लेकिन जागरूक नागरिकों ने विधायक के सहयोग से इसे विफल कर दिया।
इसी श्रृंखला में माजीवाड़ा गाँव के पार्क को बचाया है। यह उद्यान जो कि माजीवाड़ा नाका स्थित है नागरिकों के लिए खोला गया।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
