रुद्रप्रयाग, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । उत्तराखंड जल संस्थान संविदा श्रमिक संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता अनीश पिल्लई से भेंट की। इस मौके पर लंबित वेतनमान और श्रमिक हितों पर चर्चा की गई।
संगठन के प्रांतीय महामंत्री मंगलेश लखेड़ा ने कहा कि संविदा श्रमिक आज के समय में भी 2 से 8 हजार रुपये मानदेय पर काम कर रहे हैं, जो न्यूनतम मानदेय से बहुत कम है। सभी श्रमिक आर्थिक संकट से जूझते हुए अपने परिवार का भरण-पोषण बमुश्किल से कर पा रहे हैं, लेकिन जलसंस्थान की ओर से उनकी सुध नहीं ली जा रही है। कहा कि संविदा श्रमिक जलसंस्थान की रीढ़ है, बावजूद उनके हितों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। उनके श्रम के अनुपता में उन्हें दिया जाने वाला मानदेय ऊंट के मुंह में जीरा जैसा है।
संगठन के अन्य पदाधिकारियों का कहना था कि वह लंबे समय से अपनी मांगों के लिए संघर्षरत हैं, लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। इस मौके पर जलसंस्थान के अधिशासी अभियंता अनीश पिल्लई ने बताया संगठन के पदाधिकारियों के साथ वार्ता पूरी तरह से सफल रही है। कहा कि संविदा कार्मिकों की समस्या के निस्तारण के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। बताया कि श्रमिकों के मानदेय में 1500 से 2000 रुपये तक की वृद्धि तत्काल की जाएगी।
इस मौके पर शाखा गिरीश नेगी, सचिव रमेश पंवार, उपाध्यक्ष संजय भंडारी, कोषाध्यक्ष संतोष भट्ट, महेश पुरी, महिपाल सिंह नेगी आदि मौजूद थे।
(Udaipur Kiran) / दीप्ति
