कोलकाता, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) ।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महान साहित्यकार शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की जयंती पर सोमवार को उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि शरत चंद्र की रचनाएं सरल भाषा में मानवीय जीवन के सुख-दुख, प्रेम-विरह और सामाजिक अन्याय को जिस कौशल से चित्रित करती हैं, उसकी तुलना विश्व साहित्य में दुर्लभ है।
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में उल्लेख किया कि शरतचंद्र की अमर कृतियां, ‘श्रीकांत’, ‘पथेर दाबी’, ‘दत्ता’, ‘गृहदाह’ और ‘देवदास’, ने न केवल बंगाली साहित्य और संस्कृति को समृद्ध किया बल्कि उन्हें अमर भी बना दिया।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के निवास स्थानों को संरक्षित और विकसित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। हावड़ा के देउलटी स्थित उनके हेरिटेज घर का जीर्णोद्धार किया गया है, जहां अब बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए आते हैं। पर्यटकों की सुविधा के लिए सड़क, बिजली, पानी और प्रकाश की व्यवस्था की गई है। साथ ही वहां एक ‘शरत स्मृति उद्यान और सूचना केंद्र’ भी बनाया जा रहा है।
इसके अलावा, हुगली के देवानंदपुर में स्थित उनके जन्मस्थल के नवीनीकरण के लिए सरकार ने 1 करोड़ 82 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की है। ममता बनर्जी ने कहा कि जल्द ही यह स्थान भी राज्य के पर्यटन मानचित्र पर प्रमुख आकर्षण के रूप में उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने अंत में कहा कि भारतीय साहित्य और सिनेमा शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के प्रति सदैव ऋणी रहेगा।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
