Uttar Pradesh

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय को वैज्ञानिक उपलब्धि

*हाइड्रोजन भंडारण हेतु नवीन यौगिक का पेटेंट प्रकाशन*
*हाइड्रोजन भंडारण हेतु नवीन यौगिक का पेटेंट प्रकाशन*

गोरखपुर, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने एक और महत्वपूर्ण वैज्ञानिक उपलब्धि अपने नाम दर्ज की है। विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग की शोधार्थी सुश्री हर्षिता श्रीवास्तव एवं असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अम्बरीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा विकसित आविष्कार का पेटेंट आवेदन भारतीय पेटेंट कार्यालय के जर्नल (संख्या 37/2025, दिनांक 12/09/ 2025) में प्रकाशित हुआ है।

आविष्कार का शीर्षक

“Hexalithiated Borazine Compounds for Advanced Hydrogen Storage”

शोध की विशेषताएँ

यह आविष्कार हाइड्रोजन ऊर्जा के उन्नत भंडारण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। इसमें बोरेज़ीन-आधारित फ्रेमवर्क (B₃N₃Li₆) विकसित किया गया है, जिसमें छह लिथियम परमाणुओं को जोड़ा गया है।

यह संरचना हाइड्रोजन अणुओं के लिए सक्रिय अवशोषण स्थलों के रूप में कार्य करती है।

चार्ज ट्रांसफर एवं पोलराइजेशन प्रभावों के कारण इसकी भंडारण क्षमता और दक्षता में वृद्धि होती है।

यह तकनीक भविष्य में स्वच्छ एवं सतत ऊर्जा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है।

शोधकर्ताओं की प्रतिक्रिया

इस उपलब्धि पर शोधार्थी सुश्री हर्षिता श्रीवास्तव ने कहा कि “यह शोध सतत ऊर्जा समाधानों की ओर एक ठोस कदम है। हमें गर्व है कि हमारा कार्य ऊर्जा संकट के समाधान में योगदान दे सकता है।”

वहीं डॉ. अम्बरीष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि “हाइड्रोजन भंडारण की मौजूदा चुनौतियों को दूर करने के लिए यह तकनीक अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध होगी और आने वाले समय में ऊर्जा क्षेत्र को नई दिशा प्रदान करेगी।”

कुलपति का संदेश

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने इस सफलता पर दोनों शोधकर्ताओं को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने कहा कि “यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय है। यह शोध न केवल वैज्ञानिक जगत में हमारी प्रतिष्ठा को और मजबूत करेगा, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत भी बनेगा।”

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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय

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