
जम्मू, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । भाजपा ने पार्टी मुख्यालय, त्रिकुटा नगर, जम्मू में एक दिवसीय संगठनात्मक कार्यशाला का आयोजन किया। तरुण चुघ राष्ट्रीय महासचिव, भाजपा एवं जम्मू-कश्मीर प्रभारी सत शर्मा, जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष डॉ. जितेंद्र सिंह, केंद्रीय मंत्री सुनील शर्मा, नेता प्रतिपक्ष (जम्मू-कश्मीर विधानसभा) अशोक कौल, महासचिव (संगठन) जम्मू-कश्मीर भाजपा डॉ. नरेंद्र सिंह, विधायक एवं भाजपा राष्ट्रीय सचिव जुगल किशोर शर्मा, सांसद (लोकसभा) और बलदेव सिंह बिलावरिया, महासचिव ने पारंपरिक दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया।
कार्यशाला में जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों, मोर्चा अध्यक्षों, जिला प्रभारियों, जिला अध्यक्षों और जिला सहप्रभारियों ने भाग लिया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए तरुण चुघ ने कहा कि जम्मू-कश्मीर सहित भारत के अन्य उत्तरी राज्यों में लगातार बारिश और उसके बाद आई बाढ़ के कारण भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि पूरा देश उनके साथ एकजुटता से खड़ा है, जबकि अन्य राज्यों के भाजपा नेतृत्व ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए जम्मू-कश्मीर में राहत सामग्री पहुँचाना शुरू कर दिया है। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से जम्मू-कश्मीर के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य को और गहराई से समझने का आग्रह किया ताकि लोगों के सामने आने वाले विविध मुद्दों का समाधान किया जा सके। उन्होंने अन्य राजनीतिक दलों पर राष्ट्र के लिए नहीं बल्कि अपने फायदे के लिए काम करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि डॉ. हेडगेवार ने निष्ठावान व्यक्तित्व निर्माण पर ज़ोर दिया और राष्ट्रवादी संगठन आरएसएस की मज़बूत नींव रखी जिसने आगे चलकर दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भाजपा का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा राष्ट्र प्रथम की मूल विचारधारा में विश्वास करती है और सभी
भारतीयों को एक परिवार मानती है यही कारण है कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जम्मू-कश्मीर में अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने आगे कहा कि सभी भाजपा नेताओं को पार्टी के मज़बूत वैचारिक सिद्धांतों के अनुसार काम करना चाहिए और 15 करोड़ से ज़्यादा प्राथमिक सदस्यों वाले संगठन का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व महसूस करना चाहिए।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए सत शर्मा ने कहा कि हर स्तर पर सभी पार्टी नेताओं के बीच पूर्ण समन्वय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य सभी नेताओं के लिए नई ऊर्जा के साथ लक्ष्य निर्धारित करना होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं को पंडित दीन दयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहुति दी और दुनिया को एकात्म मानववाद का पाठ पढ़ाया। उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद में अग्रणी रहने के लिए जम्मू-कश्मीर भाजपा की सराहना की और 2047 तक मिशन विकसित भारत की प्राप्ति के लिए उनके प्रयासों का आह्वान किया। उन्होंने पत्थरबाजी के युग से लैपटॉप-प्रेमी पीढ़ी में जम्मू-कश्मीर के परिवर्तन पर प्रकाश डाला।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि प्रत्येक भारतीय राजनीतिक और भावनात्मक रूप से जम्मू-कश्मीर से मजबूती से जुड़ा हुआ है इसलिए जम्मू-कश्मीर भाजपा कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। उन्होंने सभी पार्टी नेताओं से लोगों तक पहुँचने और अच्छे शिक्षार्थी बनकर लोगों के मुद्दों की जड़ तक पहुँचने के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि 2014 में जब मोदी जी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली तब से कोई क्षेत्रीय असमानता नहीं रही है और हर क्षेत्र का समान रूप से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक समय कांग्रेस संसद में भाजपा की कम सीटों का मज़ाक उड़ाती थी लेकिन अब जब उसकी पोल खुल गई है तो वह विलुप्त होने के कगार पर है
अशोक कौल ने संगठनात्मक कार्यप्रणाली पर विस्तृत जानकारी प्रदान की और प्रत्येक पदाधिकारी की व्यक्तिगत भूमिका तथा संगठन एवं समाज में उसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रवास के दौरान पार्टी नेताओं से व्यक्तिगत संपर्क बढ़ाने का आह्वान किया और पार्टी की विचारधारा और जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने के लिए गहनता से कार्य करने को कहा।
आरएसएस के प्रांत सह-संघचालक डॉ. विक्रांत शर्मा ने भारत के सांस्कृतिक और सामाजिक ताने-बाने को मज़बूत करने के लिए पंच-परिवर्तन पर बात की। उन्होंने सामाजिक संरचना, पारिवारिक मूल्यों, पर्यावरण-अनुकूल दृष्टिकोण, मेक-इन-इंडिया और नागरिक कर्तव्यों जैसे मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने आरएसएस शताब्दी वर्ष समारोह के संबंध में आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में भी बताया और राष्ट्र एवं समाज को बहुआयामी रूप से सुदृढ़ बनाने में आरएसएस के कार्यों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
