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अहमदाबाद बनेगा देश की खेल राजधानी: अमित शाह

केंद्रीय मंत्री अमित शाह
वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स
वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स राष्ट्र को किया समर्पित

गांधीनगर, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने रविवार को अहमदाबाद के नारणपुरा इलाके में 825 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को ऐसे समय में राष्ट्र को समर्पित किया, जब गुजरात में ओलंपिक 2036 के स्वप्न को साकार करने की दिशा में अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चरों का निर्माण हो रहा है।

राज्य सूचना विभाग ने अपने बयान में बताया कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं के आयोजन के लिए संपूर्ण सुविधाओं से सुसज्जित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया, राज्य के कृषि मंत्री राघवजीभाई पटेल, खेल राज्य मंत्री हर्ष संघवी और अहमदाबाद की महापौर प्रतिभा जैन उपस्थित रहे।

अमित शाह ने देश के खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स समर्मित करते हुए कहा कि खेल भारत की आत्मा है। खेल की शुरुआत भारत में हुई थी और भारत दुनिया का सबसे युवा देश है, तब खेल क्षेत्र में अव्वल स्थान पर रहना हमारा लक्ष्य होना चाहिए।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वीर सावरकर स्पोर्ट्स संकुल आधुनिक, विशाल और संपूर्ण सुसज्जित है। लोकर्पण से पहले ही यहां दो बड़ी प्रतियोगिताएं आयोजित हो चुकी हैं। यहां खेलने आए देश-विदेश के खिलाड़ियों और उनके खेल मंडलों के अध्यक्षों ने वीर सावरकर खेल परिसर की सुविधाओं को विश्वस्तरीय और आधुनिक बताया है।

उन्होंने अहमदाबाद के नारणपुरा स्थित स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का नामकरण स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के नाम पर करने के संदर्भ में कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर एक कुशल तैराक थे। अंग्रेजों के चंगुल से बचने के लिए, उन्होंने बेड़ियों के साथ जहाज से छलांग लगाई और समुद्र को पार करके फ्रांस पहुंच गए थे।

अंग्रेजों द्वारा शासित भारत के इतिहास में 120 वर्ष की दोहरी आजीवन कारावास की सजा पाने वाले एकमात्र क्रांतिकारी वीर सावरकर ने अंग्रेजों को देश से खदेड़ने के लिए लगातार संघर्ष किया। अंग्रेजों ने 1857 के संग्राम को सैन्य विद्रोह कहा था, लेकिन वीर सावरकर ने इसे स्वतंत्रता संग्राम कहा। शाह ने कहा कि यह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स ऐसे साहसी वीर सावरकर को समर्पित है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यहां जो भी खिलाड़ी खेलने के लिए आएगा, वह अपने लिए नहीं, बल्कि अपने देश के लिए पदक जीतने की आशा के साथ आएगा। वीर सावरकर स्पोर्ट्स संकुल, ऐसे खिलाड़ियों को यथार्थ प्रेरणा देगा।

अहमदाबाद देश की खेल राजधानी बनेगा। अहमदाबाद में नरेन्द्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम, सरदार पटेल स्पोर्ट्स एनक्लेव और वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स जैसे आधुनिक खेल परिसरों से खेलों की पर्याप्त सुविधाओं का विकास हुआ है।

उन्होंने आगे कहा कि 10 वर्ष पहले यूपीए सरकार में खेल विभाग का बजट 1643 करोड़ रुपये था, जो बढ़कर अब 5300 करोड़ रुपये हो गया है।

खेलो इंडिया जैसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से खिलाड़ियों के प्रदर्शन, पोषण चिकित्सा और चोटों आदि पर ध्यान दिया जाता है। देश में एक नया स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित हो रहा है। खेलो इंडिया गेम्स, पैरा गेम्स और विंटर गेम्स का भी आयोजन किया जा रहा है। हम नई खेल नीति भी लेकर आए हैं।

केंद्रीय मंत्री ने खेल नीति के संदर्भ में आगे कहा कि भारत के खिलाड़ियों को एक वैश्विक मंच प्रदान करने, खेलों के माध्यम से आर्थिक और सामाजिक विकास करने, खेलों को एक जन आंदोलन बनाने तथा शिक्षा और खेल को एकीकृत करने जैसे पांच स्तंभों पर यह नई खेल नीति आधारित है।

इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि 1947 से 2012 तक सभी ओलंपिक में भारत को 20 स्वर्ण पदक मिले थे, जबकि पिछले 8 वर्षों में 15 ओलंपिक पदक मिले हैं। पैरा ओलंपिक में 8 पदक मिले थे, मोदी सरकार के आने के बाद 52 पदक मिले हैं। डेफ ओलंपिक में दो पदक मिले थे जबकि अब 22 पदक मिले हैं।

उन्होंने कहा कि 2029 में अहमदाबाद में पुलिस और फायर विभाग के जवानों के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाएं आयोजित होने जा रही हैं। 2030 में अहमदाबाद में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए जल्द ही मंजूरी मिलने की संभावना है, और 2036 में ओलंपिक भी अहमदाबाद में आयोजित हो, इसके लिए सरकार कटिबद्ध है।

केंद्रीय मंत्री ने अपने निर्वाचन क्षेत्र और अपने वार्ड में निवास स्थान के निकट ही अत्याधुनिक खेल परिसर के आकार लेने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से यहां स्थित 21 एकड़ भूमि पर इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण को मंजूरी देने की विनती की थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आग्रह के साथ स्वीकृति प्रदान की थी कि इस क्षेत्र में एक विश्वस्तरीय खेल परिसर का निर्माण किया जाना चाहिए, जो इस अत्याधुनिक वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण के साथ पूरी हो गई है।

केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने देश के सबसे बड़े स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के लोकार्पण अवसर को गौरवशाली क्षण बताते हुए सभी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि नई खेल नीति के माध्यम से एक मजबूत खेल इकोसिस्टम का निर्माण किया गया है, जो स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने में अहम साबित होगा।

गौरतलब है कि अहमदाबाद के नारणपुरा में निर्मित विश्वस्तरीय स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स एक्वेटिक्स स्टेडियम, स्पोर्ट्स सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, इनडोर मल्टी-स्पोर्ट्स एरिना, कम्युनिटी स्पोर्ट्स सेंटर, आउटडोर कोर्ट और फिट इंडिया जोन जैसे विभिन्न विभागों में अनेक खेलों और उनके प्रशिक्षण सहित नागरिकों एवं खिलाड़ियों के लिए खेल, योग और फिटनेस गतिविधियों के लिए कई सुविधाओं और अत्याधुनिक स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर से सुसज्जित है।

इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री ने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के प्रांगण में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति सभी को प्रोत्साहित किया।

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(Udaipur Kiran) / Abhishek Barad

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