

जयपुर, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । राजस्थान जैन सभा जयपुर के तत्वावधान में रविवार को रामलीला मैदान में जयपुर स्थित दिगम्बर जैन संतों के सानिध्य में सकल दिगम्बर जैन समाज का सामूहिक क्षमावाणी समारोह का आयोजन किया गया । इस मौके पर राजस्थान जैन सभा के माध्यम से दस दिन एवं अधिक दिनों के उपवास करने वाले 151 त्यागी व्रतियों का अभिनंदन किया गया । इस दौरान पूरा पाण्डाल तालियों की गडगडाहट से गुंजायमान हो उठा ।
इससे पूर्व प्रातः बडी चौपड़ से जौहरी बाजार, बापू बाजार होते हुए रामलीला मैदान तक बैण्ड बाजों के साथ सभी त्यागी व्रतियों को 26 बग्घियों में बैठाकर शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा एवं त्यागी व्रतियों का मार्ग में जगह जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। शोभायात्रा में बैण्ड बाजों के साथ हाथी, घोड़ा, ऊंट व अन्य लवाजमा के साथ महिला मण्डलों एवं युवा मण्डलों, जैन सोश्यल ग्रुप्स, दिगम्बर जैन सोशल ग्रुपों सहित बडी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन एवं महामंत्री मनीष बैद ने बताया कि रामलीला मैदान में मुनि अरह सागर महाराज एवं क्षुल्लक ध्यान सागर के सानिध्य में आयोजित धर्म सभा का युवा समाजसेवी अनिल शोभी पाटनी काशीपुरा वाले ने दीप प्रज्जवलन कर शुभारम्भ किया। समाज श्रेष्ठी शांति कुमार ममता सोगानी जापान वाले ने सम्मान पुण्यार्जक के रुप में सभी त्यागी व्रतियों को चांदी की माला पहनाकर सम्मान किया। समारोह में यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा, सासंद मंजू शर्मा, नगर निगम ग्रेटर के उप महापौर पुनीत कर्णावट सहित अन्य राजनेताओं की उपस्थिति रही।
उपाध्यक्ष विनोद जैन कोटखावदा ने बताया की 32 दिन के उपवास करने वाले चार त्यागी व्रती अन्जू बोहरा चित्रकूट कालोनी, इंदिरा अजमेरा, निर्माण नगर, कमला देवी, मुरलीपुरा पीयूष जैन, पीयूष जैन मंगल विहार, 16 दिन के उपवास करने वाले 16 त्यागी व्रती तथा 10 दिन के उपवास करने वाले 131 त्यागी व्रतियों सहित कुल 151 त्यागी व्रतियों का सभा द्वारा तिलक, माला, शाल, दुपट्टा ओढाकर एवं प्रतीक चिन्ह एवं जिनवाणी भेट कर अभिनंदन किया गया ।
इससे पूर्व सभा के अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन ने अपने स्वागत उदबोधन में सन् 1953 से राजस्थान जैन सभा जयपुर के तत्वावधान में सामूहिक क्षमापना समारोह मनाने की जानकारी दी। उन्होंने सभा की गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए नवीन कार्यालय की स्थापना, छात्रावास के लिए प्रताप नगर में जमीन आवंटन की प्रगति सहित सभा की भावी गतिविधियों पर प्रकाश डाला। समारोह में संतों के मंगल प्रवचन हुए । जिसमें मुनि अरह सागर महाराज ने कहा कि क्षमा वीरों का आभूषण है। कायरों का श्रृंगार नहीं है। हम महावीर के वंशज है अतः गलतियों के लिए क्षमा मांग लेते हैं तथा दूसरों को उनकी गलतियों के लिए क्षमा कर देते हैं। क्षमा ना करना स्मृतियों की बेड़ियों में बंधे रहना है। क्षमा स्वयं से मांगना शुरु करना चाहिए। उन्होंने सभी त्यागी व्रतियों को उनकी तप साधना के लिए आशीर्वाद देते हुए जैन संस्कृति की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने का आव्हान किया।
क्षुल्लक ध्यान सागर ने क्रोध से दूर रहकर सभी को जीवन की श्रेष्ठ राह पर चलने के लिए प्रेरित किया । सभी त्यागी व्रतियों को आशीर्वाद प्रदान किया। स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने अपने उदबोधन मे कहा कि जैन समाज प्रारम्भ से ही सभी को साथ में लेकर चलने वाला सभ्य व शांत समाज है। देश की प्रगति में इनका अतुलनीय योगदान है ।उन्होंने कहा कि समाज की माँग के अनुरूप पिछले वर्ष क्षमावाणी पर्व पर मुख्यमंत्री ने राजस्थान जैन सभा को छात्रावास के ज़मीन देने की घोषणा की । भूमि आवंटन के नए नियमों के तहत शीघ्र ही राजस्थान जैन सभा जयपुर को भूमि आवंटन करने की घोषणा की।
समारोह में जयपुर सहित जोबनेर, सीकर, फुलेरा, फागी, निवाई, टौक, चाकसू, दौसा, मकराना, कोटखावदा, दातां रामगढ, कुचामनसिटी, किशनगढ़ रेनवाल, बस्सी, दूदू सहित आसपास के श्रावक-श्राविकाऐ बड़ी संख्या में शामिल हुए।
अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान सभा के सभा के अध्यक्ष सुभाष चन्द जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप जैन, प्रिया बडजात्या, पूनम चांदवाड आदि ने किया।
मंच संचालन महामंत्री मनीष बैद ने किया। मुख्य समन्वयक प्रदीप जैन एवं मुख्य संयोजक यशकमल अजमेरा ने सभी का आभार व्यक्त किया।
धर्म सभा से पूर्व समाज बन्धुओं ने अल्पाहार एवं कार्यक्रम समापन पर सामूहिक वात्सल्य सहभोज का आनन्द उठाया।
समारोह के समापन उपरांत समाज बन्धुओं ने गत वर्ष की गलतियों के लिए आपस में क्षमा याचना की। इस मौके पर कई संगठनों द्वारा खोपरा – मिश्री की स्टाल्स लगाकर क्षमा याचना की गई। शोभायात्रा एवं धर्म सभा में मुनिराज़ एवं त्यागी व्रती -तपस्वियों पर स्वागत में पुष्प वर्षा ऐरोराइज सिस्टम जयपुर द्वारा की गईं l
—————
(Udaipur Kiran)
