
कृषि विश्वविद्यालय का 13वां स्थापना दिवस
जोधपुर, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर में 13 वें स्थापना दिवस के मौके पर रविवार को समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि आईआईटी जोधपुर के निदेशक, प्रो अविनाश कुमार अग्रवाल रहे। अध्यक्षता कृषि विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो अखिल रंजन गर्ग ने की।
इस मौके पर प्रो अविनाश कुमार अग्रवाल ने कहा कि यह बेहद सराहनीय है कि जिन उद्देश्यों को लेकर कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी, उसमें विश्वविद्यालय खरा उतर रहा है। प्रदेश की कठिन जलवायु परिस्थितियों के बावजूद कृषि वैज्ञानिक उल्लेखनीय योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कृषि की महता को उजागर करते हुए कहा कि ऋग्वेद में कहा गया है अन्न ही ब्रह्म है अन्न ही जीवन का आधार है।
प्रो अग्रवाल ने कृषि एवं तकनीकी का अभिन्न संबंध बताते हुए कहा कि तकनीक, कृषि उत्पादकता और दक्षता बढ़ाने, श्रम कम करने, संसाधनों का बेहतर उपयोग करने, और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने में मदद करती है, जिससे खाद्य सुरक्षा बढऩे के साथ किसानों की आर्थिक स्थिति भी सुधरती है।
जैविक खेती की अत्यंत आवश्यकता :
कुलगुरु प्रोफेसर अखिल रंजन गर्ग ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय अनुसंधान, प्रसार एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की ओर अग्रसर है। उन्होंने वर्तमान समय में अत्यंत आवश्यक श्री अन्न पर विशेष चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मोटे अनाज को पूरी विश्व में ले जाना है। तेजी से गिरते स्वास्थ्य को देखते हुए आज जैविक खेती की अत्यंत आवश्यकता है।
उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों से अनुरोध करते हुए कहा कि विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा किसानों को प्राकृतिक रूप से श्रीअन्न को उपजाने के लिए प्रेरित करें। इस दौरान लिंक ऑफीसर, वित्त नियंत्रक अंजली यादव भी मंच पर मौजूद रही।
कार्यक्रम में निदेशक अनुसंधान, डॉ एम एम सुंदरिया ने विश्वविद्यालय में चल रही विभिन्न राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स, एम ओ यू, विभिन्न कोर्स विकसित की गई विभिन्न किस्मों सहित विश्वविद्यालय की उल्लेखनीय प्रगति का ब्यौरा प्रस्तुत किया। निदेशक, प्रसार शिक्षा डॉ प्रदीप पगारिया ने स्वागत उद्बोधन दिया।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से दिए संदेश :
समारोह के मौके पर विद्यार्थियों की ओर से रंगारंग प्रस्तुतियां दी गई। इस अवसर पर सीडीएफटी की छात्राओं की ओर से राठौडा ने खम्मा घणी स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया गया वहीं कृषि महाविद्यालय जोधपुर की ओर से हरियाणवी लोक नृत्यों के माध्यम से महिला सशक्तीकरण का संदेश दिया। सीटीएई के छात्रों की ओर से अच्युतम केशवम कृष्ण स्तुति प्रस्तुत की गई।
इस दौरान ओएसडी, सीटीएई, डॉ चंदन रॉय ने अपनी सुमधुर आवाज में लुक छुप ना जाओ जी गाकर समां बांध दिया। इस अवसर पर विद्यार्थियों की ओर से ऑपरेशन सिंदूर को भी नाटिका के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। समारोह के अंत में धन्यवाद ज्ञापन निदेशक, पीएमई , डॉ रामदेव सुतालिया ने किया। इस दौरान विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, निदेशक, शिक्षक गण, विद्यार्थी व अन्य कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
(Udaipur Kiran) / सतीश
