
– स्वामी दयानन्द का पूरा जीवन समाज सुधार को समर्पित रहा : महापौर
– स्वामी दयानन्द के विचारों व आदर्शों को पोषित करते हुए महाविद्यालय नारी शिक्षा को समर्पित : पंकज जायसवाल
प्रयागराज, 14 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद में आर्य कन्या पीजी कॉलेज में रविवार को मुख्य अतिथि महिला समाज कल्याण व बाल पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्या ने कहा कि स्वामी दयानन्द जी के विचार आज भी सारगर्भित व प्रासंगिक हैं। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी समाज में फैली कुरीतियों को मिटाया।
महाविद्यालय के सार्थक स्वर्ण जयंती समारोह के दूसरे दिन पर मंत्री बेबी रानी मौर्य ने छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा आपका लक्ष्य अगर दृढ़ संकल्पित है, तो आपको सफल होने से कोई ताकत रोक नहीं सकती है। साथ ही उन्होंने दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों को मिटाने के लिए सभी को प्रेरित किया।
विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि स्वामी दयानन्द सरस्वती ने महिला शिक्षा के साथ-साथ समाज सुधार व राष्ट्रवाद की अलख जगायी थी। जिसे यह महाविद्यालय आज भी पोषित करता चला आ रहा है। उन्होंने विभिन्न विदुषी महिलाओं का उदाहरण प्रस्तुत किया और कहा कि छात्राओं को इन्हीं विदुषी नारियों को अपना रोल मॉडल बनाने की जरूरत है।
महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि स्वामी दयानन्द सरस्वती का पूरा जीवन समाज सुधार को समर्पित रहा। उनके विचार युगों-युगों तक समाज को प्रेरित करते रहेंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये शासी निकाय के अध्यक्ष पंकज जायसवाल ने कहा कि स्वामी दयानन्द सरस्वती के विचारों व आदर्शों को पोषित करते हुये महाविद्यालय नारी शिक्षा को समर्पित है। अपने पांच दशकों की यात्रा में महाविद्यालय तकनीकी, आधुनिक शिक्षा व भारतीय ज्ञान परम्परा का समन्वय कर छात्राओं को शिक्षा व संस्कार प्रदान करता आया है, जिससे छात्रायें लगातार समाज व देश में विभिन्न स्थानों पर अग्रणी भूमिका में हैं।
समारोह में छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी, जिसमें मुख्य आकर्षक भरतनाट्यम, कव्वाली, राजस्थानी एवं पंजाबी फ्यूजन तथा कत्थक तराना रहा, जिसे खूब सराहा गया। कार्यक्रम का संचालन चीफ प्रॉक्टर डॉ. रंजना त्रिपाठी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्या प्रो. अर्चना पाठक ने किया।
कार्यक्रम में साध्वी उत्तमा यति, ज्ञानेन्द्र मलिक, रविन्द्र नाथ जायसवाल, अनिल कुमार गुप्ता, पी.एन. मिश्र, अरुणेश जायसवाल, भानु प्रकाश अग्रवाल, कृष्ण मोहन गुप्ता, विनोद जायसवाल, सुभाष जायसवाल, कमलेन्द्र जायसवाल, टी.एन. जायसवाल, डॉ. उर्मिला श्रीवास्तव, प्रो. इभा सिरोठिया, प्रो. अंजू श्रीवास्तव, प्रो. नीलांजना जैन, डॉ. श्याम कान्त, डॉ. अमित पाण्डेय, डॉ. अमित मिश्र, डॉ. सव्य सांची त्रिपाठी डॉ. अमित कुमार शुक्ला, डॉ. चित्रा चौरसिया, डॉ. दीपशिखा पाण्डेय, डॉ. स्मिता, डॉ. नाज़नीन फारूकी, डॉ. शशि कुमारी, डॉ. सोनमती पटेल आदि शिक्षक-शिक्षिकाएं तथा बड़ी संख्या में छात्रायें मौजूद रहीं।
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
