
काठमांडू, 14 सितंबर (Udaipur Kiran) । नेपाल के राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल ने देश के संविधान और संसदीय प्रणाली को बचाने की अपील की है।
राष्ट्रपति पौडेल ने शनिवार को एक बयान जारी करते हुए कहा कि देश का संविधान और संसदीय प्रणाली को बचाने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया है।
संसद विघटन के फैसले पर अधिकांश राजनीतिक दलों के द्वारा इस फैसले के विरोध में लगातार बयानबाजी करने और राष्ट्रपति की आलोचना करने के कारण शनिवार को राष्ट्रपति ने अपने फैसले का बचाव करते हुए अपील जारी की है।
राष्ट्रपति पौडेल ने कहा कि देश जिस विषम परिस्थिति से गुजर रहा है ऐसे में संविधान को बचाना सबसे बड़ी प्राथमिकता थी। उन्होंने कहा है कि संविधान बचाने के लिए यह कदम उठाया गया है।
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि देश बहुत ही असहज, विषम और भयपूर्ण परिस्थिति से गुजर रहा है। ऐसे में संविधान के साथ ही संसदीय प्रणाली को बचाने के लिए यह कदम आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि बहुत ही चतुराई के साथ संविधान और संसदीय प्रणाली को बचाया जा सका है इसलिए सभी राजनीतिक दलों को यह चाहिए कि वो बाकी बातों को भूला कर सरकार द्वारा घोषित दिन में चुनाव संपन्न करने में सहयोग करना चाहिए।
राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल ने कहा है कि छह महीने के भीतर चुनाव की सुनिश्चितता करते हुए यह फैसला लिया गया है। उनका कहना है कि समय पर चुनाव संपन्न करते हुए हमारे लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाने की आवश्यकता है।
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(Udaipur Kiran) / पंकज दास
