
मंदसौर, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट के शुभारंभ अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव शुक्रवार की शाम को गांधीसागर पहुंचे रात अधिक होने के कारण उनका हेलीकॉप्टर उड न सका इसलिए सीएम रात को गांधीसागर के हिंगलाज रिसोर्ट में ही रूके। शनिवार को सुबह मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव हॉट बैलून में सवार हुए, लेकिन हवा की रफ्तार 20 किलोमीटर प्रतिघंटा होने से बैलून नहीं उड़ सका। इस दौरान बलून को उडाने के लिए आग लगाई गई लेकिन लोगों को लगा कि बलून में आग लग गई और कई प्रकार की भ्रामक खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हालांकि बाद में मंदसौर कलेक्टर अदिती गर्ग से इसका खंडन किया।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार शाम को गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट में गांधीसागर फेस्टिवल के चौथे संस्करण की शुरूआत की थी। रात में वे रिट्रीट के पास हिंगलाज रिसोर्ट में ही रुके थे। उन्होंने क्रूज पर सवार होकर चंबल डैम के बैक वाटर एरिया घूमा। शनिवार सुबह वे रिट्रीट पहुंचे। यहां बोटिंग का लुत्फ उठाया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंदसौर सांसद सुधीर गुप्ता के साथ हॉट एयर बैलून के रोमांचकारी सफर पर निकल रहे थे, लेकिन उस समय हवा की रफ्तार ज्यादा थी। इस वजह से बैलून उड़ नहीं सका।
मामले में कलेक्टर श्रीमती अदिती गर्ग ने बताया कि कुछ माध्यमों में एयर बैलून के संबंध में भ्रामक जानकारी प्रसारित की गई है, इसके संबंध में वास्तविक स्थिति इस प्रकार है कि एयर बैलून में सुरक्षा के संबंध में किसी प्रकार की कोई चूक नहीं हुई है। माननीय मुख्यमंत्री केवल एयर बैलून को देखने के लिए गए थे। हॉट एयर बैलून, जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, गर्म हवा का गुब्बारा होता है। इसे उड़ान भरने योग्य बनाए रखने के लिए हवा को गर्म किया जाता है, जिससे गुब्बारा ऊपर उठ सके और तैरता रहे। इस पूरी प्रक्रिया में सुरक्षा के सभी मानक पूरी तरह से पालन किए गए हैं। नागरिकों से निवेदन है कि वे असत्य और भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें।
हॉट एयर बैलून पायलट इरफान ने कहा कि यह बैलून एलपीजी से चलता है। इसमें दो सिलेंडर लगते हैं। जैसे ही एलपीजी से हीट देंगे तो ऊपर जाएगा। नीचे लाने के लिए भी हीट देनी पड़ती है। बर्नर में आग एलपीजी से ही लग रही है। बर्नर को खड़ा रखेंगे, तभी बैलून में हीट जाएगी। क्लोज करने के समय ही बर्नर को बंद करते हैं। बैलून का कपड़ा फायर प्रूफ है। वह पूरी तरह से सेफ है। मैंने केरला में इसकी ट्रेनिंग ली है। सात साल से इसे चला रहा हूं। मैंने कई राइड कराई हैं।
गर्ग हवा के सिद्धांत पर कार्य करता है बलून
हॉट एयर बैलून के जानकारों के अनुसार हॉट एयर बैलून एक उड़ने वाला यंत्र है जो गर्म हवा के सिद्धांत पर काम करता है, जिसमें एक बड़ा कपड़े का ‘लिफाफा’ होता है और उसके नीचे यात्रियों को ले जाने के लिए एक टोकरी होती है। बर्नर के जरिए लिफाफे के अंदर की हवा को गर्म किया जाता है, जो बाहर की ठंडी हवा से हल्की होती है, जिससे गुब्बारा ऊपर उठता है। यह एक प्रकार का विमान है जो ठंडी हवा पर तैरता है।
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(Udaipur Kiran) / अशोक झलोया
