
पूर्वी चंपारण,13 सितंबर (Udaipur Kiran) ।एसपी स्वर्ण प्रभात के नेतृत्व में पुलिस टीम ने फर्जी नौकरी के नाम पर युवाओ से ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया है।
रक्सौल के डीबीआर कंपनी के बाद
मोतिहारी के बरियारपुर में नौकरी देने के नाम पर ठगी करने वाले एक बड़े सिंडिकेट का खुलासा पुलिस ने किया है, जहां 90 युवकों को रेस्क्यू की गई है। छतौनी थाना क्षेत्र के बरियारपुर चीनी मिल के नजदीक शंभू प्रसाद के मकान में चल रहे फर्जीवाड़े के बड़ा सिंडिकेट के ठिकानो पर पुलिस ने रेड कर लगभग 90 युवकों को रेस्क्यू करते हुए नेटवर्क के 13 कर्मियो को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए कंपनी के सदस्यों से पूछताछ की जा रही है। आश्चर्यजनक बात यह है,कि रेस्क्यू किए गए 90 युवकों में महज एक युवक बिहार का है अन्य सभी असम,बंगाल सहित दूसरे प्रदेशों के बताए जा रहे हैं। छापेमारी का नेतृत्व डीएसपी सदर 1 दिलीप कुमार कर रहे थे। एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया है कि इसके मास्टर माइंड को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस सिंडिकेट का तार इनामुल गैंग से जुड़ा हुआ है , जिसके विरुद्ध मार्च महीने में ही रक्सौल में बड़ी कार्रवाई की गई थी और वहां करीब 400 युवक व युवतियो का रेस्क्यू किया गया था। जानकारी के मुताबिक युवकों को पैसे कमाने का लालच देकर बुलाया जाता है और एक से दूसरे को जोड़ने की बात कहते हुए 17 से 25000 रुपए देने का प्रलोभन दिया जाता है। इस तरह से एक के बाद एक युवक आते हैं और उन्हें रोक लिया जाता है तथा इस काम में लगा दिया जाता है। पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई के बाद पूरे जिले में हड़कंप व्याप्त है। इसी वर्ष मार्च महीने में रक्सौल में पुलिस और एसएसबी के ज्वाइंट रेड में 400 से अधिक युवक युवतियों को मुक्त कराया गया था। जिसमें 60 नाबालिग और 5 लड़की भी शामिल थी।
डीबीआर कंपनी के नाम पर युवकों को झांसा देकर नेटवर्क मार्केटिंग के तहत जॉब देने के लिए बुलाया जाता था , फिर उन्हें बंधक बनाकर रखा जाता था। एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया है कि पुलिस की उक्त कारवाई में इनामुल अंसारी गैंग के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है,और कई कागजात भी बरामद किए गए है जिसकी जांच जारी है।
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(Udaipur Kiran) / आनंद कुमार
