Uttar Pradesh

आर्य समाज ने शिक्षा को दी नयी दिशा व चेतना : डॉ रीता बहुगुणा जोशी

कार्यक्रम प्रस्तुत करते
अतिथिगण

–स्वामी दयानन्द के विचारों से आज यह महाविद्यालय प्रगति पर : महापौर–कालेज ने नारी शिक्षा के क्षेत्र में किया अभूतपूर्व प्रगतिः पंकज जायसवाल

प्रयागराज, 13 सितम्बर (Udaipur Kiran) । आर्य कन्या डिग्री कालेज में स्वर्ण जयंती समारोह का शुभारम्भ शनिवार को हुआ। मुख्य अतिथि पूर्व सांसद डॉ रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि आर्य समाज ने शिक्षा को नयी दिशा व चेतना दी।

डॉ रीता बहुगुणा जोशी ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आर्य समाज एवं उसके शैक्षणिक संस्थानों में जाति, लिंग, धर्म के आधार पर कोई विभेद नहीं होता। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति स्वामी दयानन्द के स्त्री शिक्षा सम्बन्धी विचार को और प्रबल करती है।

विशिष्ट अतिथि महापौर गणेश केशरवानी ने कहा कि स्वामी दयानन्द के विचारों के प्रभाव से आज यह महाविद्यालय इस प्रगति की स्थिति में है। स्वामी जी द्वारा स्त्री शिक्षा एवं सामाजिक, कुरीतियों, सती प्रथा व बाल विवाह आदि का विरोध किया गया था। वहीं, शिक्षक विधायक डॉ बाबूलाल तिवारी ने कहा कि यह महाविद्यालय तकनीकी शिक्षा व भारतीय परम्परा के समन्वय की मिसाल है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये शासी निकाय के अध्यक्ष पंकज जायसवाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि महाविद्यालय पिछले पांच दशकों में नारी शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति किया है। यहां की छात्रायें शिक्षा, ज्ञान एवं कला के क्षेत्र उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुये प्रदेश ही नहीं देश के सामाजिक, शैक्षणिक एवं प्रशासनिक पदों पर आसीन हैं।

इसके पूर्व छात्राओं ने महाविद्यालय की गरिमा के अनुरूप कुलगीत प्रस्तुत किया। समारोह का मुख्य आकर्षण स्वामी दयानन्द सरस्वती के जीवन चरित्र पर आधारित नाटक रहा, जिसका मंचन महाविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा किया गया, जिसे खूब सराहा गया। संचालन चीफ प्रॉक्टर डॉ रंजना त्रिपाठी ने एवं धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्या प्रो अर्चना पाठक ने किया।

कार्यक्रम में आर्य समाज चौक के प्रधान रवीन्द्र जायसवाल, मंत्री पीएन मिश्र, अरुणेश जायसवाल, साध्वी उत्तमा यति, लक्ष्मीकान्त मिश्र, आर्य कन्या इन्टर कालेज की प्रधानाचार्या नीना प्रजापति, डॉ ममता गुप्ता, प्रो इभा सिरोठिया, प्रो नीलांजना जैन, प्रो अंजू श्रीवास्तव, डॉ इला मालवीय, डॉ संध्या श्रीवास्तव, डॉ मधुरिमा वर्मा, डॉ रेनू जैन, डॉ श्यामकान्त, डॉ अमित पाण्डेय, डॉ अमित मिश्र व डॉ सव्य साँची त्रिपाठी, लेफ्टिनेन्ट डॉ दीपशिखा पाण्डेय, डॉराधा रानी सिंह, डॉ स्मिता आदि शिक्षक व शिक्षिकायें तथा बड़ी संख्या में छात्रायें मौजूद रहीं।

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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र

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