Jharkhand

कल्याण विभाग में 25 लाख के गबन मामले में प्राथमिकी

रामगढ़ थाना

अधिकारियों का फर्जी हस्ताक्षर कर सप्लायर अमजद हुसैन ने निकाले रुपये

रामगढ़, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) ।

रामगढ़ जिला कल्याण कार्यालय में लगभग 25 लाख रुपये का घोटाला का मामला शनिवार को प्रकाश में आया है। यह घोटाला पशुधन योजना के आपूर्ति करता अमजद हुसैन के जरिये किया गया है। इस घोटाले में आईडीबीआई बैंक के कर्मचारियों और कल्याण विभाग के कर्मियों ने अमजद हुसैन का भरपूर सहयोग दिया। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब जिला कल्याण पदाधिकारी सिद्धार्थ शंकर चौधरी ने रामगढ़ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस को बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में मुख्यमंत्री पशुधन योजना की राशि से 24 लाख 81 हजार 600 रुपये की अवैध निकासी कर ली गई है। यह अवैध निकासी फर्जी हस्ताक्षर के आधार पर की गई है।

किसी भी सूरत में लाभुकों को नहीं होना था डायरेक्ट भुगतान

जिला कल्याण पदाधिकारी सिद्धार्थ शंकर चौधरी ने रामगढ़ पुलिस को घोटाले की पूरी जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि 11 नवंबर 2023 को समिति की ओर से 358 लाभुकों को चयनित किया गया था। राज्य सरकार से जिला कल्याण कार्यालय को सूकर पालन, बकरी पालन, बैकयार्ड लेयर कुकुट, बॉयलर कुकुट और बतक पालन के लिए लगभग 94 लाख रुपये मिले थे। यह रुपये आईडीबीआई बैंक में रखे गए थे और उसे सीधे लाभुकों के बीच भुगतान नहीं करने का निर्देश दिया गया था।

फरवरी महीने से अप्रैल 2025 के बीच पांच लेटर पर हुए फर्जी साइन

जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि पांच पत्रांक पर किए गए हस्ताक्षर फर्जी थे। उन्होंने बताया कि सभी पत्रांक वर्ष 2025 के आगत निर्गत पंजी में दर्ज नहीं है। उन सभी पत्रों पर जिला कल्याण पदाधिकारी का हस्ताक्षर भी फर्जी है। उन पत्रों पर अंकित हस्ताक्षर, बैंक को भेजे गए हस्ताक्षर के नमूने से भी अलग हैं। जिला कल्याण कार्यालय से पत्रांक संख्या 1342 जारी कर बैंक से पूछा गया कि बैंक ने किन पत्रों के आदेश पर उन लोगों के खाते में उतनी रकम हस्तांतरित की है। पूरी जांच कार्यालय कर्मी अमित कुमार दास को‌ बैंक भेज कर भी कराई गई। बैंक ने पत्रांक संख्या 631 को दिखाया और वह पत्र की मूल प्रति से भिन्न पाया गया। उस पत्र पर पालन सूची के 98 लाभुकों से संबंधित है। बैंक में मिले पत्र और कार्यालय में दर्ज पत्र में भी काफी अंतर पाया गया।

ऑफिस के लेटर में अमजद हुसैन ने कर दी छेड़छाड़

जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि अमजद हुसैन को पत्रांक संख्या 331 बैंक में जमा करने के लिए उपलब्ध कराया गया था। लेकिन अमजद हुसैन ने उसमें छेड़छाड़ कर दी। बत्तख पालन श्रेणी के 98 लाभुकों की मूल सूची को पूर्णतः बदलकर उसने अपने हिसाब से नई सूची लगा दी। उस सूची पर जिला कल्याण पदाधिकारी का हस्ताक्षर भी फर्जी था। प्रत्येक पृष्ठ पर प्रधान सहायक का हस्ताक्षर मिला। मूल सूची के अनुसार लाभुकों को बतक पालन के लिए 1700 ही मिलने वाले थे। परंतु सप्लायर अमजद हुसैन की ओर से बदली गई सूची में बॉयलर कुकुट पालन एवं बैकयार्ड लेयर कुकुट पालन की राशि 67,500 एवं 1,18,200 अंकित कर दी गई। वही राशि का भुगतान बैंक की ओर से उन पांच पत्रों पर किया गया जो आगत और निर्गत पंजी में दर्ज नहीं थे। बैंक ने आपूर्ति करता अमजद हुसैन ग्राम अमवाईटीकर थाना लातेहार के खाते में कर दिया। उसके खाते में कुल 24 लाख 81 हजार 600 ट्रांसफर किए गए हैं।

कार्यालय से मिली धमकी तो डेढ़ लाख लौट कर भाग गया सप्लायर

जिला कल्याण पदाधिकारी सिद्धार्थ शंकर चौधरी ने बताया कि जब सप्लायर को फर्जीवाड़ी के बारे में पता चला तो वह मात्र डेढ़ लाख रुपये वापस कर पाया। इसके बाद वह फरार हो गया और अपना मोबाइल नंबर भी बंद कर दिया।

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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश

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