
मंडी, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । मंडी जिले के बल्ह उपमंडल की छातडू पंचायत के वार्ड नंबर-1 में भारी भूस्खलन से संकट गहरा गया है। गागल-घट्टा मार्ग मलबा गिरने से पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। ग्रामीणों तथा पंचायत प्रतिनिधियों ने जलशक्ति विभाग को कठघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि विभाग द्वारा बिछाई गई घट्टा-छपरोल पाइप लाइन इस आपदा की प्रमुख वजह बनी है। गलत योजना और निर्माण कार्य ने भूस्खलन को और बढ़ावा दिया।
पंचायत प्रधान सत्या चौधरी और उपप्रधान हेतराम ने मौके पर हालात का जायजा लिया। उन्होंने जानकारी दी कि ग्राम घट्टा में 11 से 12 और छातडू में करीब 10 से 12 घर भूस्खलन की चपेट में आने के कगार पर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि मलबे और भूस्खलन के दौरान उनके घरों पर बड़े-बड़े पेड़ भी गिर गए हैं, जिससे दहशत का माहौल बना हुआ है।
प्रधान सत्या चौधरी ने जलशक्ति विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि आपदा के बावजूद अभी तक लोक निर्माण विभाग द्वारा कोई बचाव कार्य शुरू नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि स्थिति बेहद चिंताजनक है और तुरंत राहत कार्य न शुरू होने पर जनहानि का गंभीर खतरा मंडरा सकता है। इस को लेकर पंचायत ने पहले स्थानीय स्तर पर सुरक्षा उपायों के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है और सड़क व घरों की सुरक्षा के लिए डंगे लगाने का प्रस्ताव भी पारित कर इसे सीधे पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह को भेजा है।
ग्रामीणों ने भी मांग की है कि प्रशासन जल्द से जल्द हस्तक्षेप कर राहत और बचाव कार्य शुरू करे, ताकि प्रभावित परिवार सुरक्षित रह सकें।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
